अमीषा पटेल की आखिरी हिट फिल्म "भूलभुलैया" थी। यह फिल्म लगभग चार साल पहले आई थी। बीच के इन सालों में अमीषा की सभी फिल्में फ्लॉप रहीं और अब वे अपना प्रोडक्शन हाउस खोलकर करियर की दूसरी पारी शुरू करने जा रही हैं।
कुछ माह पहले अमीषा ने "अमीषा पटेल प्रोडक्शन" शुरू किया है। वे कहती हैं कि खुद का प्रोडक्शन हाउस खोलने की बात वैसे पहले उनके दिमाग में नहीं थी लेकिन उनके मित्र और बिजनेस पार्टनर कुणाल गूमर ने उन्हें इसके लिए मनाया। कुणाल की वजह से ही उनमें आत्मविश्वास जागा और अमीषा ने दोबारा अपना करियर शुरू किया।
सामान्यतः प्रोडक्शन हाउस शुरू करने पर निर्माता अपनी शुरुआत छोटे बजट की फिल्मों से करते हैं किन्तु अमीषा अपनी शुरुआत बड़े बजट की फिल्मों से कर रही हैं। उन्होंने अभी दो फिल्मों की घोषणा की है जिनका बजट 70 करोड़ होगा!
अमीषा पटेल प्रोडक्शन हाउस की पहली फिल्म डेविड धवन निर्देशित करेंगे। कहा जा रहा है कि खुद अमीषा ही इस फिल्म की लीड हीरोइन होंगी। पहली फिल्म होने के कारण यह पूरी तरह से कमर्शियल फिल्म होगी। दूसरी फिल्म प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित किए जाने की संभावना है।
अब खुद के प्रोडक्शन हाउस में अमीषा ऐसी फिल्में बनाना चाहती हैं जिसमें हीरोइनों का रोल भी दमदार हो। अमीषा का मानना है कि इन दिनों जो फिल्में बन रही हैं उनमें हीरोइनों को महज सजावट और आइटम नंबर के लिए लिया जा रहा है। अपने प्रोडक्शन हाउस में अमीषा सेंसीबल फिल्में ही बनाएंगी।
वे अभी यह दावा तो कर रही हैं लेकिन देखने वाली बात होगी कि अपनी बात पर वे कब तक कायम रह पाएंगी। अमीषा अपने आप को इंडस्ट्री में सबसे अधिक पढ़ा-लिखा मानती हैं और वे अपनी पढ़ाई-लिखाई का उपयोग अपने प्रोडक्शन हाउस में करने वाली है। प्रोडक्शन हाउस के लिए अमीषा के पास विश्वसनीय टीम है और उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी गैर-मौजूदगी में भी उनकी टीम अच्छे से काम संभाल लेगी।
ऐसा कहा जा रहा था कि अमीषा को फिल्मों में काम नहीं मिला इसलिए उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस खोल लिया है जबकि अमीषा कहती हैं कि मेरे पास काम के तो बहुत से ऑफर थे किन्तु अच्छे काम के नहीं थे।
उन्हें लगता था कि करियर की शुरुआत में 2 सुपरहिट फिल्में ('कहो ना प्यार है" तथा "गदर : एक प्रेम कथा') देने के बाद वे ऐसी फिल्में करना चाहती थीं जिनमें उनके लिए अभिनय की गुंजाइश हो। सजावटी गुड़िया बनना उन्हें स्वीकार नहीं था किन्तु दर्शकों को अमीषा की किसी फिल्म में शायद ही उनका अभिनय पसंद आया हो। वे भले ही यह स्वीकार न करें किन्तु शुरुआती फिल्मों से ही वे फिल्मों में सजावटी गुड़िया की ही भूमिका निभाती रही हैं।
अमीषा कहती हैं कि मैं बेवजह इंडस्ट्री के लोगों के साथ उठती-बैठती नहीं और न ही काम के अलावा कोई बात करती हूं। शायद मेरे इसी "नॉन-सोशल" रवैये के कारण मुझे अच्छे प्रोजेक्ट नहीं मिलते। (खैर... इसी बहाने अमीषा ने यह तो स्वीकार किया कि उन्हें अच्छे प्रोजेक्ट नहीं मिलते हैं।) बीच के कुछ सालों में ऐसा समय भी आया कि अमीषा को अपना ध्यान फिल्मों से हटाकर अपने पारिवारिक विवादों को सुलझाने और आर्थिक नुकसान को बचाने के लिए लगाना पड़ा।
अमीषा ने अब तक लगभग हर बड़े स्टार के साथ काम किया है लेकिन लगता है कि उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। "गदर : एक प्रेम कथा" के 6 साल बाद अमीषा की "भूलभुलैया" हिट रही, पर उसमें भी वे महज साइड हीरोइन ही थीं। वे यह नहीं मानती कि उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई गलत निर्णय लिया है।
वे कहती हैं कि इंडस्ट्री में कई सितारे बड़े फिल्मी परिवारों से हैं और उनकी भी कई फिल्में फ्लॉप रही हैं। अमीषा अब सब पुरानी बातों को भुलाकर अपना पूरा ध्यान अपने प्रोडक्शन हाउस पर केन्द्रित करना चाहती हैं। इसलिए वे निकट भविष्य में शादी करने के मूड में भी नहीं हैं।