यूँ कहने को उनकी रगों में संगीत दौड़ता है, लेकिन दिल को वो राह रास नहीं आई और एक बड़े संगीत घराने का यह युवा बॉलीवुड में करियर बनाने चला आया। ख्यात सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान साहब के भतीजे और संगीत के बड़े नाम स्वर्गीय उस्ताद रहमत अली खान साहब के सुपुत्र 'असीम' के लिए दिल के कहे पर रास्ता चुन लेना इतना भी आसान नहीं था। फिलहाल वे 'मैड' बनकर बड़े परदे का रुख कर रहे हैं... शायद ये 'पागलपन' उनकी जिंदगी को रास आ जाए।
'पता नहीं क्यों मुझमें अयान और अमान (चचेरे भाई) की तरह संगीत को करियर के रूप में अपनाने का जुनून नहीं था। मैं तो स्कूल के दिनों से ही हीरो बनने का ख्वाब देखता था'- कहते हैं असीम। सवा छः फुट के इस सलोने चेहरे की बॉलीवुड में एंट्री इतनी आसान भी नहीं थी, इसके बावजूद कि वे एक बड़े नाम से रिश्ते में जुड़े हुए हैं।
खुद असीम कहते हैं-'मैंने कभी अंकल (अमजद अली साहब) के नाम को सोर्स की तरह इस्तेमाल नहीं किया। अंकल ने भी मुझे सिर्फ यह सलाह दी थी कि मैं जो भी करूँ वो अपने परिवार के नाम और इज्जत को ध्यान में रखकर करूँ । मैं अंकल का नाम लेकर काम पाने में विश्वास नहीं करता था। इसलिए मेहनत पर ही पूरा फोकस करता रहा। इस दौरान मैंने अपने पिता को भी खो दिया। वह दौर मेरे लिए बहुत संघर्षभरा था।'
हालॉंकि पहले तो असीम 'जिंदगी तेरे नाम' नामक फिल्म से डेब्यू करने वाले थे, लेकिन अज्ञात कारणों से वह फिल्म आज तक रिलीज नहीं हो पाई। इसके अलावा असीम मॉडलिंग वर्ल्ड में काफी अनुभव हासिल कर चुके हैं और एक म्यूजिक वीडियो के अलावा फिल्म 'दस' में उन्होंने अभिनय भी किया, दीया मिर्जा के पति का।
अफसोस न तो वो फिल्म चली न ही दीया मिर्जा का करियर...ऐसे में असीम के लिए तो और भी कम संभावना बचती थी। वैसे दस में अभिनय के दौरान उन्हें 'अभिषेक बच्चन' ने काफी सपोर्ट किया। असीम बताते हैं- 'अयान और अमान, अभिषेक के अच्छे दोस्त हैं। अभिषेक ने मुझे भी काफी कुछ सिखाया (?)।'
अब अपनी नई फिल्म से असीम को काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि दस में तो उनका रोल बेहद छोटा था, जबकि इस फिल्म में तो वे लंबे समय तक पर्दे पर दिखाई देंगे। सही है... अब इतनी उम्मीद का तो हक बनता है। इसके लिए बकायदा असीम ने मेहनत भी की है। जिम ज्वॉइन करने से लेकर थिएटर वर्कशॉप करने तक उन्होंने जमकर पसीना बहाया है।
मैड में असीम का रोल एक सायकोपैथ का होगा। पहली ही फिल्म में सायकोपैथ का किरदार...? पर क्या कह सकते हैं...क्या पता शाहरुख की तरह असीम को भी इसी रोल से रातोंरात सितारा बनने का अवसर मिल जाए। आखिर ये रोल और उनका सरनेम दो चीजें तो शाहरुख से मैच करती ही हैं।
वैसे शाहरुख, असीम के फेवरेट भी हैं। शाहरुख खान और अक्षय कुमार को पसंद करने वाले असीम का मानना है कि इन दोनों ही कलाकारों ने गैर फिल्मी बैकग्राउंड का होते हुए भी इतनी सफलता पाई है, जो कि मुश्किल काम है। इसलिए ये दोनों ही असीम के आदर्श हैं। हीरोइनों में उन्हें ऐश्वर्या राय और प्रियंका चोपड़ा पसंद हैं। उनका सपना है कि वे किसी दिन ऐश्वर्या के साथ काम करें।
यह फिल्म हिन्दी के अलावा बंगाली में भी रिलीज होगी और असीम इसके हिन्दी वर्जन में होंगे। फिलहाल उन्होंने तीन फिल्मों का एक कॉन्ट्रैक्ट भी साइन कर लिया है। इस तरह 'खान' दान की लिस्ट में एक और खान शामिल होने जा रहा है। अब ये तो वक्त ही बताएगा कि बाकी 'खानों' की तुलना में इस खान की सफलता का प्रतिशत कितना बनता है। फिलहाल तो असीम मेहनत करने में जुटे हैं। नया खान नामा लिखने को उत्सुक असीम मानते हैं कि हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सीखने को काफी कुछ है।