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ऊह ला ला... फिर जवाँ हो गए बप्पी लाहिड़ी!

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अस्सी के दशक के 'डिस्को किंग' बप्पी लाहिड़ी का नाम अचानक इक्कीसवीं सदी में लोगों की जुबान पर लौट आया है। जिसे देखो 'ऊह ला ला...' कर रहा है और सबसे बढ़कर तो स्वयं बप्पीदा ऊह ला ला करने में लगे हैं। क्यों न करें? बरसों बाद उनकी आवाज गली-गली में गूँज रही है, भूले-बिसरे प्रशंसक फिर फैन मेल भेज रहे हैं, इंटरव्यू लेने वाले उनसे समय माँग रहे हैं। 'द डर्टी पिक्चर' ने विद्या बालन के लिए जो किया, कुछ वैसा ही इसके इस गीत ने बप्पीदा के लिए भी कर डाला।

बप्पीदा बताते हैं कि लंबे अरसे बाद उन्हें गाने में इतना मजा आया है। 'ऊह ला ला' की लोकप्रियता का कारण वे बताते हैं कि इसके बोल, कोरियोग्राफी और गीत का ओवर-ऑल लुक सब कुछ बेहतरीन बन पड़ा है। वे यह भी कहते हैं कि इस गीत का फिल्मांकन देखने के बाद वे विद्या बालन के फैन बन गए हैं।

संगीतकार विशाल-शेखर की तारीफ करना भी वे नहीं भूलते। वे कहते हैं,'उन्होंने अस्सी के दशक वाले फ्लेवर को बखूबी पकड़ा है... फैन्टास्टिक जॉब!' यह विशाल-शेखर और फिल्म के निर्देशक मिलन लुथारिया का ही आइडिया था कि यह गीत बप्पी लाहिड़ी से गवाया जाए। इससे पहले मिलन की 'टैक्सी नंबर 9 2 11' के लिए भी बप्पीदा ने 'मुंबई नगरिया...' गाया था।

यूँ बप्पीदा ने इस साल 'रागिनी एमएमएस' में भी गाया था और पिछले साल आई 'गोलमाल 3' में भी उनके पुराने गीत 'आई एम अ डिस्को डांसर' तथा 'याद आ रहा है' इस्तेमाल किए गए थे लेकिन 'ऊह ला ला' ने उन्हें उनकी लोकप्रियता के पुराने दिन याद दिला दिए हैं।

वे गर्व से कहते हैं कि आजकल के अधिकांश गीत कुछ ही दिनों में भुला दिए जाते हैं, जबकि अस्सी के दशक के उनके गीत लोगों को आज भी याद हैं। उनका तो यहाँ तक कहना है कि 'ऊह ला ला' भी 'मवाली' में उनके गीत 'ऊई अम्मा' का ही नया रूप है!

हाँ, कभी नकल करने के आरोपों से घिरे रहने वाले बप्पी लाहिड़ी को इस बात का अफसोस है कि आजकल लोग उनके गीतों की खूब नकल कर रहे हैं! उनका दावा है कि 'मुन्नी बदनाम हुई' की धुन उन्हीं के गीत 'गोरी जबसे हुई जवान' (फूल बने अंगारे) की नकल थी।

यही नहीं, वे यहाँ तक कहते हैं कि जेनिफर लोपेज का गीत 'ऑन द फ्लोर' भी उनके गीत 'सोचना क्या जो भी होगा' (घायल) की नकल है। आप उनसे कहें कि दादा, आप पर भी तो आरोप है कि आपने यह धुन 'लैम्बाडा...' से उठाई थी, तो वे समझाते हैं कि मैंने तो सिर्फ इंस्पिरेशन ली थी, ये लोग तो नकल कर रहे हैं...!

इन दिनों एकॉन आदि पाश्चात्य गायकों द्वारा बॉलीवुड फिल्मों में गाने का चलन बढ़ रहा है। बप्पीदा बताते हैं कि यह चलन तो मैंने ही शुरू किया था। यह कहते हुए वे 'रॉक डांसर' में समांथा फॉक्स से गवाया गीत 'टच मी टच मी' याद दिलाते हैं। उनका दावा है कि माइकल जैक्सन भी उनके साथ काम करने की ख्वाहिश रखते थे लेकिन ...। उनका संगीत हॉलीवुड में पसंद किया जाता है, इसलिए वहाँ की एक फिल्म में 'डिस्को डांसर' का गीत 'जिमी जिमी' रीमिक्स करके इस्तेमाल किया जा रहा है।

यही नहीं, उन्होंने हाल ही में अमेरिका में एक जैज़ फ्यूजन एलबम 'वॉकिंग ऑन लव स्ट्रीट' तैयार किया है और अगर बप्पीदा की मानें तो यह एलबम अमेरिका में रेडियो पर बजने वाला नंबर वन एलबम है!
बप्पीदा को फिल्म जगत में आए 40 साल होने को आए हैं। इस दौरान फिल्मी संगीत में बहुत परिवर्तन आ गया है। इस पर वे कहते हैं कि आजकल के गानों में शब्द सुनाई नहीं देते। वे नए संगीतकारों को सलाह देते हैं कि ऐसी धुन रचो कि बोल ठीक से सुनाई दें।

'मुन्नी बदनाम हुई' और 'शीला की जवानी' के सुपरहिट होने का कारण वे यह बताते हैं कि इनके बोल बहुत अच्छे थे और सब सुनाई भी देते थे...! इतना तो तय है कि बप्पीदा अभी आने वाले दिनों में हमें काफी सुनाई देने वाले हैं...। ऊह ला ला...!

- विकास राजावत


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