सिने विजन द्वारा इन्दौर में पोलिश-जर्मन फिल्म समारोह 'रिमेम्बरिंग द जर्मन होलोकॉस्ट' का आयोजन 23 से 25 दिसम्बर तक किया जा रहा है। 23 दिसम्बर को ऑश्वित्ज़-बिरकेनाऊ डेथ कैंप का आंखों देखा हाल सिने विजन के सचिव राकेश मित्तल सुनाएंगे। हाल ही में वे पोलैंड यात्रा पर थे जहां उन्हें हिटलर की नाज़ी सेना के डेथ कैंप ऑश्वित्ज़-बिरकेनाऊ को देखने का अवसर मिला जो उनके लिए रोंगटे खड़े कर देने वाला अनुभव था। इस अनुभव को वे साझा करेंगे। इसी दिन ऑश्वित्ज़-बिरकेनाऊ पर निर्मिज दुर्लभ वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन होगा।
24 दिसम्बर को जर्मनी की फिल्म 'द लास्ट ट्रेन' दिखाई जाएगी। 2006 में निर्मित इस फिल्म का निर्देशन जोसेफ विल्स मेयर और दाना वोव्रोवा ने किया है। यह फिल्म एक रेल यात्रा है। अप्रैल 1934 में बर्लिन में बचे हुए आखिरी यहूयियों के एक जत्थे को एक रेल में बैठाकर ऑश्वित्ज़ डेथ कैंप ले जाया जाता है। निर्देशक ने उस समय के वातावरण, लोगों की मनोदशा, नाज़ी सेना का बर्ताव, दहशत, अनिश्चितताओं और चिंताओं का मार्मिक चित्रण किया है।
25 दिसम्बर को पोलैंड की फिल्म 'द पियानिस्ट' का प्रदर्शन होगा। रोमन पोलांस्की की इस फिल्म को ऑस्कर में सात नामांकन मिले जिसमें से तीन पुरस्कार जीतने में यह कामयाब रही। सितम्बर 1939 में जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला कर द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की थी उस समय के घटनाक्रम का सजीव चित्रण इस फिल्म में किया गया है।