शाहरुख खान और करण जौहर की दोस्ती की बॉलीवुड में मिसाल दी जाती है। हालांकि करण का कहना है कि वे शाहरुख की बहुत इज्जत करते हैं और उनके सामने बैठने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाते हैं। हाल ही में करण ने एक किताब लिखी है जिसमें उन्होंने एक प्रसंग का जिक्र किया है।
करण का कहना है कि जब उन्होंने पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' बनाई थी, तब यह फिल्म 'बड़े मियां छोटे मियां' के सामने प्रदर्शित होना थी। बड़े मियां छोटे मियां में अमिताभ बच्चन और गोविंदा जैसे स्टार थे। अचानक एक दिन करण के घर फोन आया जो उनकी मां ने उठाया। दूसरी ओर अंडरवर्ल्ड का डॉन था। डॉन ने कहा कि यदि करण ने अपनी फिल्म 'बड़े मियां छोटे मियां' के सामने प्रदर्शित की तो उन्हें मार दिया जाएगा।
यह सुन करण की मां बेहद घबरा गईं। करण ने इस बारे में शाहरुख और आदित्य चोपड़ा से बात की। पुलिस को बताया गया। पुलिस ने करण की सुरक्षा के लिए पुलिसवाले बैठा दिए। शाहरुख ने कहा कि हम फिल्म रिलीज करेंगे। करण अपनी फिल्म के प्रीमियर पर जाना चाहते थे, लेकिन उनकी मां के दबाव के कारण वे घर पर ही रूक गए।
जब शाहरुख को पता चला तो वे करण को प्रीमियर पर लेकर आए। उन्होंने करण की मां को आश्वस्त किया कि करण को कुछ नहीं होगा। वे करण के आगे खड़े रहेंगे और करण पर चलने वाली गोलियां वे खा लेंगे।