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बिना वीजा के रूस चले गए थे राज कपूर

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बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा कि राज कपूर एक बार बिना वीजा के ही रूस चले गए थे और वहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था। नई दिल्ली में प्रथम ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में पहुंचे  ऋषि कपूर ने संवाददाताओं से कहा कि रूस में राज कपूर की गजब की लोकप्रियता थी और जब भी वह वहां जाते थे तो लोग तहे दिल से उनका स्वागत करते थे।       
ऋषि ने कहा "60 के दशक के मध्य में राज कपूर फिल्म 'मेरा नाम जोकर' के निर्माण कर रहे थे और फिल्म के सिलसिले में उन्हें रूसी सर्कस के कलाकारों से मिलना था जिसके लिए उन्हें लंदन से मास्को जाना पड़ा। मास्को पहुंचने पर उन्हें पता चला की उनके पास रूस का वीजा ही नहीं है फिर भी रूस में उनका जबरदस्त स्वागत हुआ।" 
"चूंकि उनके इस दौरे के बारे में किसी को पता नहीं था इसलिए आधिकारिक तौर पर उनके स्वागत के लिए कोई वहां मौजूद नहीं था। हवाई अड्डे से बाहर आकर जैसे ही उन्होंने टैक्सी लिया लोग उन्हें पहचानने लगे कि राज कपूर मास्को में हैं। टैक्सी में उन्होंने महसूस किया कि उनकी टैक्सी ऊपर उठ रही है। वहां मौजूद लोगों ने राजकपूर के कार को जमीन से ऊपर उठा कर चलने लगे जैसे पालकी को उठाते है।" ऋषि बताते हैं। 
  
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए ऋषि कहते हैं "रूस की तरह चीन में भी उनको चाहने वाले थे। अस्सी के दशक में भारत और चीन के रिश्ते अच्छे नहीं थे, लेकिन फिर भी चीन ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह चाहते हैं कि राज कपूर चीन आएं और जब उन्हें इस प्रस्ताव का पता चला तो वह वहां जाने के लिए एक बच्चे की तरह लालायित हो गए, जिसकी एक वजह यह भी थी कि उन्हें चीन के व्यंजन काफी पसंद थे।"
 
उन्होंने बताया " इस प्रस्ताव पर हामी भरने के दस मिनट के बाद राज कपूर ने चीन जाने का फैसला बदल लिया। वह निराश मन के साथ मेरी मां (कृष्णा कपूर) के पास आए और कहा कि वह चीन नहीं जायेंगे। जब मां ने उसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि चीन के लोगों ने उस राज कपूर को देखा है जो 50 और 60 के दशक का था, जब वह जवान और आकर्षक दिखते थे लेकिन अब वह बूढ़े और मोटे हो गए हैं और खुद की इस छवि से वह लोगों में बनीं अपनी छवि को नहीं तोड़ना चाहते हैं।'' 
 
ऋषि कपूर ने कहा कि यह सिनेमा का जादू ही है कि भारत के साथ रूस और चीन में राज कपूर की गजब की लोकप्रियता थी। ब्रिक्स के पांच देशों में से तीन में उनका जादू लोगों के सिर चढ़ कर बोलता था और उनकी ख्वाहिश है कि कपूर परिवार से कोई अभिनेता ब्रिक्स के बाकी दो देशों ब्राजील और दक्षिण अफ्रिका में अपनी फिल्मों से पहचान बनाए।
 
ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में सूचना प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने ऋषि कपूर को सम्मानित भी किया।(वार्ता) 

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