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भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेना, वोट 'आप' को देना : केजरीवाल

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नई दिल्ली , रविवार, 18 जनवरी 2015 (22:09 IST)
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के वोटरों से यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि भाजपा और कांग्रेस के लोग यदि धन की पेशकश करें तो वे मना न करें, लेकिन विधानसभा चुनाव में वोट ‘आप’ को ही दें।
उन्होंने वोटरों से कहा कि वे भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेने के बाद भी ‘आप’ को वोट देकर दोनों पार्टियों को बेवकूफ बनाएं क्योंकि वे सालों से जनता को ठगती रही हैं।
 
पश्चिम दिल्ली के नवादा इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, यह चुनाव का समय है। जब भाजपा और कांग्रेस दोनों के लोग पैसे दें तो इनकार न करें, उनसे पैसे ले लें....किसी ने 2जी घोटाले से पैसे लूटे हैं तो किसी ने कोयला घोटाले से पैसे लूटे हैं। 
 
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच केजरीवाल ने कहा, और यदि किसी पार्टी के लोग न आएं तो उनके दफ्तर जाओ और यह कहते हुए पैसे ले लो कि हम तो आपका इंतजार कर रहे थे, पर आप आए ही नहीं। केजरीवाल नवादा में उत्तम नगर विधानसभा सीट से ‘आप’ के उम्मीदवार नरेश बालियान के पक्ष में प्रचार कर रहे थे।
 
उन्होंने कहा, दोनों पार्टियों से पैसे लें लेकिन वोट ‘आप’ को दें। इस बार हम उन्हें बेवकूफ बनाएंगे। वे पिछले 65 साल से हमें ठगते रहे हैं। अब हमारी बारी है। केजरीवाल ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा कि रामलीला मैदान में उनके भाषण को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली जबकि उन्हें इससे काफी अपेक्षाएं थीं।
 
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के रामलीला मैदान वाले भाषण से मुझे काफी अपेक्षाएं थीं, पर उसने मुझे निराश किया। उन्होंने आधा वक्त तो मुझे नक्सली करार देने में ही गंवा दिया और धरना देने पर मेरी आलोचना की। ‘आप’ नेता ने कहा, इस तरह की राजनीति अच्छी नहीं है। राजनीति तो मुद्दों पर आधारित होनी चाहिए।
 
हालिया धर्मांतरण विवाद और कुछ भाजपा नेताओं एवं भगवा संगठनों की विवादित टिप्पणियों पर ‘आप’ प्रमुख ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह विकास के अपने चुनावी वादों से भाग रही है। 
 
केजरीवाल ने कहा, वे विकास की बातें करते थे। पर उन्होंने धर्म-परिवर्तन के लिए विकास से मुंह मोड़ लिया है। अब हम नाथूराम गोडसे के मंदिरों और लड़कियों के जींस पहनने पर बयान सुनते रहते हैं। अपने 25 मिनट के भाषण में केजरीवाल ने एक बार फिर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनके और बिजली कंपनियों के बीच साठगांठ है।
 
हवा में कुछ दस्तावेज लहराते हुए और उन्हें सबूत बताते हुए केजरीवाल ने कहा, भाजपा से पूछिए कि तेज चलने वाले मीटर किसने लगाए? मैं उनका नाम नहीं लूंगा, क्योंकि उन्होंने पहले ही मेरे खिलाफ बहुत सारे मुकदमे दायर कर रखे हैं, पर आप सब लोग बहुत अच्छी तरह जानते हैं। कांग्रेस के लोग भी इस मिलीभगत में शामिल हैं।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कई शीर्ष उद्योगपतियों की दोस्त है और इसी वजह से वह राजधानी में बिजली की कीमतें कम नहीं कर पा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने वादा किया कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो बिजली की दरें कम की जाएंगी। उन्होंने भाजपा पर बार-बार गलत मंशा वाली पार्टी होने का आरोप लगाया।
 
केजरीवाल ने कहा, वे जानते हैं कि बिजली की दरें कैसे कम की जाएंगी, लेकिन वे करेंगे नहीं। उनकी नीयत ही ठीक नहीं है। केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा पर झुग्गी-बस्तियां गिराने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गरीबों की जमीन बड़े कारोबारी घरानों को दी जा रही है।
 
उन्होंने कहा, भाजपा ने रंगपुरी, वजीरपुर, वसंत कुंज और ओखला में झुग्गी-बस्तियां गिराकर पक्के मकान बनाने का वादा किया है। इस सर्द मौसम में लोग खुले में सोने को मजबूर हैं। क्या उन्हें पक्का मकान पाने के लिए सात साल और इंतजार करना पड़ेगा और सड़कों पर सोना पड़ेगा? केजरीवाल ने सत्ता में आने पर ई-रिक्शा वापस लाने का वादा किया। (भाषा)
 

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