भारत के सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री मनीष तिवारी का जन्म 8 दिसंबर 1965 को पंजाब के राजनीतिक परिवार में हुआ है। उनके पिता डॉ. वीएन तिवारी पंजाब विश्वविद्यालय के पंजाबी विभाग में प्रोफेसर थे। उनके पिता की मृत्यु 1984 में हुए चंड़ीगढ़ सिख दंगे में सुबह टहलने के दौरान हुई।
उनके दादा सरदार तीरथ सिंह एक वकील के साथ पंजाब कांग्रेस में मंत्री भी थे। गांव के स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। उनकी शादी नाजनीन साफा से हुई और इनकी एक बेटी भी है।
मनीष तिवारी शुरू से ही राजनीतिक माहौल में पले-बढ़े और पहली बार वे 1989 में राष्ट्रीय विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष तथा 1998 में भारतीय यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने। इस तरह मनीष तिवारी ने राजनीति में अपने करियर की शुरुआत की।
2004 में वे लुधियाना से लोकसभा का चुनाव हार गए, मगर 2009 में शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराकर पहली बार सांसद बने। आज वे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के स्वतंत्र राज्यमंत्री हैं।