बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले और वर्तमान में जदयू अध्यक्ष शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव में हुआ था। ये बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज थे।
प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर इन्होंने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले लिया। शरद यादव इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हैं, साथ ही उन्होंने रॉबर्ट्सन मॉडल साइंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
शरद यादव पहली बार जबलपुर लोकसभा सीट से 1977 में भारतीय संसद के सदस्य बने। इससे पहले वे छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत एचडी देवगौड़ा, गुरुदास दासगुप्ता, मुलायमसिंह यादव और लालू यादव के साथ की।
इसके बाद उन्होंने बिहार के मधेपुरा लोकसभा सीट से 15वें लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। इसके बाद से वे लगातार मधेपुरा लोकसभा सीट से जीतते चले आ रहे हैं।
शरद यादव 1991 से 96 तक जनता दल से जुड़े रहे। इसके बाद वे लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से जुड़ गए। 1998 में उन्होंने जॉर्ज फर्नांडीस की मदद से जनता दल यूनाइटेड पार्टी बनाई जिससे नीतीश कुमार जनता दल छोड़कर जुड़ गए। 1998 में ही शरद यादव और लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में बीजेपी और जदयू साझेदार हो गए।
शरद यादव को 2012 में संसद में उनके बेहतरीन योगदान को देखते हुए उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार 2012 से नवाजा गया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने संसद के सभी सदस्यों की उपस्थिति में उन्हें यह पुरस्कार सौंपा। शरद यादव पर पार्टी के फंड के नाम पर 3 लाख के हवाला घोटाले का आरोप भी लगा है।