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होली न बने बुरा सपना

हमें फॉलो करें होली न बने बुरा सपना
- मधुलिका

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कुछ दिन बाद होली पर्व आने वाला है। सारे भारत के लोग होली के रंगों में सराबोर होने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ कुछ लोगों के लिए होली की यादें बड़ी कष्टदायक हैं और वे रंगों से दूर ही रहना चाहते हैं।

पाँच वर्ष पूर्व खेली गई होली संदीप के लिए एक बुरे सपने की तरह है। उनके एक दोस्त ने उनके चेहरे पर नीला रंग पोत दिया। इस रंग से उनके पूरे चेहरे पर चकते पड़ गए और उन्हें स्किन स्पेशलिस्ट का सहारा लेना पड़ा। इसके बाद से ही उन्होंने होली न खेलने का प्रण ले लिया।

श्रीमती माधुरी के अनुसार- 'मेरा पुत्र इतने पक्के रंग लेकर आया कि अपनी त्वचा से रंग उतारने के लिए मुझे केरोसिन का इस्तेमाल करना पड़ा और त्वचा को जो नुकसान पहुँचा वो अलग।'

एक पिता तो अपने बच्चों को सिर्फ पानी से ही होली खेलने देते हैं और रंगों का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करने देते। अनामिका ने बताया कि एक होली पर उनकी एक दोस्त ने छत पर से उनके ऊपर गुब्बारा फेंका जो उनकी आँख के ऊपरी हिस्से में जाकर लगा, जिससे कुछ देर के लिए उनकी आँखों के सामने अँधेरा छा गया और उन्हें आँखों के डॉक्टर के पास ले जाया गया। उनकी आँख बाल-बाल बच गई।
  कुछ दिन बाद होली पर्व आने वाला है। सारे भारत के लोग होली के रंगों में सराबोर होने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ कुछ लोगों के लिए होली की यादें बड़ी कष्टदायक हैं और वे रंगों से दूर ही रहना चाहते हैं।      


इन्हीं सब परेशानियों से बचने के लिए हमने डॉक्टर एस.के. पाण्डे से बातचीत की। उन्होंने हमें बताया कि यदि हम निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें तो हम अपनी त्वचा और आँखों को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचा सकते हैं-

- बच्चों को सादे पानी से खेलने दें पर गुब्बारे का प्रयोग न करने दें।
- पक्के व केमिकल से बने रंगों के बजाए प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें।
- होली खेलने से पहले त्वचा पर कोई क्रीम या नारियल तेल का इस्तमाल करें।
- आँखों में रंग जाने पर तुरंत साफ पानी से आँखें धोएँ। आँखों में चिनमिनाहट हो रही हो तो डॉक्टर को दिखाएँ।
- यदि गुब्बारा लगने से आँखों से खून आने लगे, तो सूती कपड़े से आँख ढँकें और तुरंत आँखों के डॉक्टर को दिखाएँ।
- हरे रंग में कॉपर सल्फेट पाया जाता है और इसके इस्तेमाल से आँखों में एलर्जी, सूजन और अन्धापन आ सकता है।
- सिल्वर कलर में एल्युमीनियम ब्रोमाइड होता है। इसके इस्तमाल से त्वचा कैंसर होने का खतरा हो सकता है।
- काले रंग में लेड ऑक्साइड होता है जो किडनी को प्रभावित करता है।

इसलिए हमारी यही सलाह है कि आप इस होली पर वानस्पतिक रंगों का प्रयोग करें और होली खेलने का आनन्द भी बरकरार रखें।

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