आजकल लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और वे घर के कमरों को हर तरह से सुंदर बनाना चाहते हैं। वे कमरों में धूल के कणों को घुसने से रोकने और चीजों को साज सज्जा के साथ रखने के लिए विशेषज्ञों की मदद भी ले रहे हैं।
स्वच्छता का सीधा संबंध मन से है और यदि मन स्वस्थ रहेगा तो शरीर भी स्वस्थ रहेगा। यदि घर के कमरों में गंदगी होगी तो इससे मन में उदासी रहेगी और कई तरह के संक्रमण भी हो सकते हैं। मन के दुखी रहने पर व्यक्ति अवसाद सहित कई तरह के मनोविकारों से घिर सकता है।
यदि किसी कमरे में कूड़ा कचरा पड़ा हो या धूल के कणों की भरमार हो तो यह शरीर के लिए भी काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है। कमरा व्यवस्थित रखने की आदत व्यक्ति की सुलझी हुई सोच की भी परिचायक होती है। घर के कमरों में कबाड़ और मैली-कुचैली चीजों को नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे नकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है।