1. वर्षा और ड्रेनेज के पानी का बहाव उत्तर-पूर्व या पूर्व-उत्तर होना चाहिए। नए घर के निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री नवीन होनी चाहिए।
2. बिल्डिंग की ऊँचाई दक्षिण-पश्चिमी दिशा से उत्तरी पूर्वी-दिशा की ओर घटनी चाहिए।
3. घर की दक्षिण-पश्चिमी दीवारों की मोटाई उत्तर-पूर्वी दिशा की दीवारों से ज्यादा होनी चाहिए। घर या प्लॉट के मध्य में कूआं होना अमंगलकारी माना जाता है।
4. घर के ठीक सामने एक तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए।
5. घर के मुख्य द्वार को ऐसे बनाएँ कि प्रवेश करने वाले व्यक्ति की छाया उस पर न पड़े।
6. फर्श का पोंछा लगाते समय आप जिस कीटनाशक का प्रयोग करें उसमें पहले थोड़ा सा सेंधा नमक मिला लें।
7. घर के मुख्य द्वार पर गजलक्ष्मी की तस्वीर लगाना मंगलकारी होता है।
8. ग्राउंड फ्लोर के खिड़की-दरवाजों की संख्या ऊपरी मंजिलों के खिड़की-दरवाजों की संख्या से अधिक होनी चाहिए।