स्टूडियो फ्लैट है पसंदीदा अशियाना
कोठियों को छोड़ अब लोगों में स्टूडियो फ्लैट में रहने का चलन बढ़ गया है। छोटी सी जगह में जब हर जरूरत पूरी हो जाए तो कौन यहाँ रहना नहीं चाहेगा। स्टूडियो फ्लैट दो तरह के होते हैं वेल फर्निश्ड और विदाउट फर्निशिंग वाले। अगर आपने बिना फर्निशिंग के स्टूडियो फ्लैट खरीदा है तो उसकी फर्निशिंग और डिजाइनिंग में भी कुछ बातों का ध्यान जरूर दें। खासतौर से इंटीरियर डेकोरेशन, फ्लोर और फर्नीचर पर ध्यान देना जरूरी है जिससे आपका स्टूडियो फ्लैट व्यवस्थित रहे। इसके अलावा फ्लैट में वेंटिलेशन पर विशेष ध्यान देना भी जरूरी है। ऐसे में फ्लैट खरीदने के बाद उसकी फर्निशिंग व जरूरत के हिसाब से कमरों के बँटवारे के लिए किसी इंटीरियर डिजाइनर से संपर्क करना समझदारी है क्योंकि एक बार ये व्यवस्थित रूप से सेट हो जाए तो बाद में कभी भी इनमें मन-मुताबिक फेरबदल किया जा सकता है।