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बुद्धम शरणम् गच्छामि- आइए चलें बौद्ध तीर्थस्थलों की यात्रा पर

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रेलवे की बौद्ध पर्यटन सर्किट लक्जरी ट्रेन से...
 
शोभना जैन 
 
नई दिल्ली। बुद्धम् शरणम गच्छामि। भारतीय रेल यानी भारतीय रेल की बौद्ध पर्यटन सर्किट को ले जाने वाली विशेष ट्रेन। यह विशेष रेलगाड़ी इस सीजन की पहली यात्रा पर रवाना हो गई। यह यात्रा कुल 8 दिनों की होगी जिसमें सैलानी और श्रद्धालु बौद्ध सर्किट स्थलों की परिक्रमा व दर्शन कर सकेंगे।
 
इस सीजन में यह यह ट्रेन 6 यात्राएं करेगी। अब अगली बौद्ध सर्किट यात्रा के 26 दिसंबर को रवाना होने का कार्यक्रम है। बौद्ध पर्यटन सर्किट विशेष ट्रेन भारतीय रेल अपने उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) के माध्यम से संचालित करती है।
 
इस यात्रा की शुरुआत दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से होती है। दिल्ली से 7 रातों और 8 दिन की यात्रा के दौरान यह ट्रेन बोधगया, राजगीर, नालंदा, सारनाथ, कुशीनगर, लुम्बिनी, श्रावस्ती जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर रुकते हुए अपनी यात्रा ताजमहल (आगरा) में संपन्न करेगी।
 
शायद इस यात्रा के विस्तृत कार्यक्रम में आपकी दिलचस्पी हो। प्रत्येक दिन की यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम इस प्रकार है-
 
पहला दिन- दिल्ली (दोपहर में दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन) से गया के लिए प्रस्थान। 
दूसरा दिन- सुबह गया में आगमन। बोधगया भ्रमण। रात्रि विश्राम होटल में। 
तीसरा दिन- राजगीर और नालंदा का भ्रमण। शाम को वाराणसी के लिए प्रस्थान। 
चौथा दिन- सुबह वाराणसी में आगमन। सारनाथ का भ्रमण। सायंकालीन आरती के लिए गंगा का भ्रमण। शाम को गोरखपुर के लिए प्रस्थान। पांचवां और छठा दिन- सुबह गोरखपुर में आगमन। कुशीनगर/ लुम्बिनी का भ्रमण। रात्रि विश्राम होटल में। होटल में नाश्ता, पर्यटन स्थलों का भ्रमण। होटल में दोपहर का खाना। गोरखपुर को वापसी। गोंडा के लिए प्रस्थान। 
सातवां दिन- सुबह गोंडा में आगमन। श्रावस्ती का भ्रमण। शाम को गोंडा से आगरा के लिए प्रस्थान। 
आठवां दिन- सुबह आगरा में आगमन। ताजमहल का भ्रमण। दोपहर में दिल्ली के लिए प्रस्थान। 
शाम को दिल्ली (दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन) में वापस आगमन। 
 
रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार बौद्ध पर्यटन सर्किट विशेष ट्रेन की शुरुआत इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी- रेल मंत्रालय के तहत भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम एक मिनी रत्न) के माध्यम से 2007 में की गई थी जिसका उद्देश्य बौद्ध सर्किट अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के साथ-साथ घरेलू यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, आरामदायक और विश्वसनीय टूर पैकेज की पेशकश करना था।
 
यह एक पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन है जिसकी क्षमता 271 सीटों की है। फर्स्ट एसी में 72 बर्थ, सेकंड एसी में 138 बर्थ और थर्ड एसी में 64 बर्थ हैं। पूरे टूर पैकेज में ट्रेन यात्रा, होटल आवास, सड़क परिवहन, टूर गाइड सेवा, यात्रा प्रबंधक सेवाएं, भोजन, यात्रा बीमा, सुरक्षा और स्मारक प्रवेश शुल्क भी शामिल है। 
 
इस ट्रेन को फरवरी 2009 में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा उत्कृष्टता के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। 
 
वर्ष 2015-16 के लिए इस ट्रेन की आगामी निर्धारित प्रस्थान तिथियां हैं- 26 दिसंबर 2015, 9 जनवरी 2016, 13 फरवरी 2016 तथा फिर 12 मार्च 2016। (वीएनआई)

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