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नासा का फीनिक्स से संपर्क टूटा

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लॉस एंजिल्स (वार्ता) , मंगलवार, 11 नवंबर 2008 (11:11 IST)
मंगल ग्रह की सतह पर पानी की मौजूदगी की पुष्टि करने वाले अमेर‍िकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के यान फीनिक्स का धरती से संपर्क टूट जाने के साथ ही यह ऐतिहासिक अभियान खत्म हो गया है।

नासा ने सोमवार को कहा कि गत मई में मंगल की सतह पर उतरे मानवरहित इस यान की तरफ से धरती पर अंतिम सिग्नल दो नवंबर को मिला था।

इस परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों ने कहा कि यान से संपर्क स्थापित करने के लिए और तीन सप्ताह तक इंतजार किया जाएगा, लेकिन उन्होंने मान लिया कि 47.5 करोड़ डॉलर की लागत वाले इस अभियान का अंत हो गया है।

फीनिक्स अभियान के परियोजना निदेशक बैरी गोल्डस्टिन ने कहा कि दरअसल हम इस अभियान को बंद करते हुए इसकी समाप्ति की घोषणा कर रहे हैं। अब हम रेडियो के सहारे यह जानने की कोशिश करेंगे कि फीनिक्स बचा है या नहीं।

जीवन के अनुकूल परिस्थितियों और पानी की मौजूदगी का पता लगाने के लिए चार अगस्त 2007 को फ्लोरिडा के केप केनेवरल अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया गया फीनिक्स गत 25 मई को मंगल की सतह पर पहुँचा था।

पहले के अन्य किसी अभियान के मुकाबले सफल रहे इस अभियान में यान मंगल के सबसे उत्तरी हिस्से पर उतरा और इसने 25 हजार से अधिक तस्वीरें भेजी हैं। फीनिक्स ने मंगल पर होने वाली बर्फबारी रिकॉर्ड की और बर्फ के टुकड़े उठाए जिससे उम्मीद बँधी कि वहाँ जीवन बरकरार रह सकता है।

गत जुलाई में नासा के वैज्ञानिकों ने घोषणा की थी कि फीनिक्स ने मंगल की सतह पर मौजूद पानी को छुआ और चखा था। अक्टूबर के अंत में फीनिक्स का संभावित जीवनकाल दो महीने तक बढ़ गया। अभियान ने जुड़े वैज्ञानिकों ने यान में लगे हीटर और कई यंत्र बंद कर दिए ताकि इसकी ऊर्जा बची रह सके।

वर्ष 1971 के बाद से अब तक मंगल पर इस तरह से 11 बार किसी यान को उतारने की कोशिश की जा चुकी है, लेकिन सिर्फ पाँच बार ही इसमें सफलता मिली है। फीनिक्स मंगल की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला छठा और इस ग्रह के ध्रुवीय क्षेत्रों में से एक को सावधानीपूर्वक स्पर्श करने वाला पहला अंतरिक्ष यान है।

फीनिक्स के प्रमुख शोधकर्ता और एरिजोना विश्वविद्यालय के पीटर स्मिथ ने कहा कि यह हम सभी के लिए रोमांचित करने वाला अनुभव था और उस बर्फ के अध्ययन के चलते हम पाँच महीने तक काफी व्यस्त रहे। हमने बर्फ की खुदाई की है और हम इसकी गहराई जानते हैं। हम यह भी जानते हैं कि यह सतह पर किस तरह बदलता है। हमने विभिन्न किस्म के बर्फ देखे हैं।

फीनिक्स के खत्म होने के बाद नासा के पास स्पिरिट और अपॉर्च्युनिटी नामक दो अन्य यान बच जाएँगे। ये जनवरी 2004 में अपने भूगर्भीय अभियान पर गए थे। इनके अलावा मंगल की परिक्रमा करने वालों में नासा के दो उपग्रह यान मार्स रिकॉनेसेंस ऑर्बिटर और मार्स ओडिसी तथा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का एक यान मार्स एक्सप्रेस शामिल हैं।

स्मिथ ने कहा कि उनकी टीम फीनिक्स द्वारा भेजे गए आँकड़ों का गहराई से अध्ययन करेगी और इस बात का पता लगाएगी कि क्या मंगल की सतह पर पहले या मौजूदा समय में जीवन का अस्तित्व है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमें वहाँ कार्बनिक पदार्थ नहीं मिले। हमने अभी आँकड़ों का विश्लेषण नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि ये सूक्ष्म संकेत हैं और हमें आखिर तक काम करना होगा। मैं यह नहीं कह सकता कि हम इसमें कामयाब नहीं होंगे। मुझे अभी भी उम्मीद है। वाकई यह बड़ा सवाल है कि मंगल की सच्चाई क्या है और हम इसका सही उत्तर जानने की कोशिश कर रहे हैं।

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