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मैं इस्तीफा नहीं दूँगा-मुशर्रफ

मीडिया में आई खबरों को नकारा

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इस्लामाबाद (वार्ता) , शुक्रवार, 15 अगस्त 2008 (20:11 IST)
पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पश्चिमी देशों की मीडिया के हवाले से दी गई उनके इस्तीफे के फैसले की खबरों का खंडन कर सभी के लिए पशोपेश की स्थिति पैदा कर दी है।

पाकिस्तान की सियासत और मीडिया में इस समय मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग और उनके इस्तीफे का मसला गरमाया हुआ है। स्थानीय अखबार 'द न्यूज' में कुछ अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बताया गया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने जानकारी दी है कि मुशर्रफ और सरकार के बीच उनके इस्तीफे पर बातचीत चल रही है। मुशर्रफ के करीबी सिपहसालारों के हवाले से राष्ट्रपति द्वारा इस्तीफा देने का मन बना लेने की जानकारी दी गई थी।

उधर, मुशर्रफ के सबसे करीबी सहयोगी और उनके प्रवक्ता मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) राशिद कुरैशी ने इस तरह की खबरों का खंडन कर राष्ट्रपति के इस्तीफे के दावों की हवा निकाल दी।

'द न्यूज' ने मुशर्रफ को इस्तीफा देने से पहले सरकार की ओर से सुरक्षित रास्ता मुहैया कराने का रोडमेप तैयार कर लेने की जानकारी भी दी थी, लेकिन कुछ देर बाद 'डॉन' में जनरल कुरैशी के हवाले से इन मीडिया खबरों का खंडन कर दिया गया।

इस मामले में असमंजस के बादल उस समय और गहरा गए जब मुशर्रफ की समर्थक पाकिस्तान मुस्लिम लीग के वरिष्ठ नेता तारिक अजीम के हवाले से डॉन में ही प्रकाशित रिपोर्ट में राष्ट्रपति को महाभियोग और बाद में मुकदमेबाजी से छूट देने की शर्त पर इस्तीफा देने के बारे में सरकार के साथ बातचीत चलने की जानकारी दी गई।

अजीम ने बताया मुशर्रफ महाभियोग से बचने के लिए इस्तीफे के विकल्प पर विचार कर रहे हैं, लेकिन इसके पहले सुरक्षित रास्ते की तलाश में उनकी सरकार के साथ बातचीत भी चल रही है।

हालाँकि अजीम ने यह भी कहा मुशर्रफ को उनके तमाम सहयोगियों ने सरकार से टकराव मोल न लेने की सलाह दी है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह यह मशविरा मानने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा यह भी सही है कि राष्ट्रपति के पास विकल्प बहुत सीमित हैं और इस मसले पर महाभियोग के कारण मुशर्रफ और सरकार के बीच टकराव की जो स्थिति पैदा होगी, उससे देश को गंभीर सियासी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए मुल्क की बेहतरी के लिए इस टकराव को टालना ही एकमात्र रास्ता है।

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