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गंजे लोगों के लिए राहतभरी खबर

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न्यूयॉर्क। अगर आप गंजेपन से परेशान हैं और घने बालों की चाहत रखते हैं तो आपके लिए अब खुशखबरी है। स्टैनफोर्ड बर्नहैम मेडिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट ने स्टेम सेल्स की मदद से गंजेपन का उपचार करने का दावा किया है।

इस इंस्टीट्यूट में सहायक प्रोफेसर व शोधकर्ता एलेक्से का कहना है कि हमने ऐसी विधि तैयार की है जिसमें हेयर फॉलिकल बनाने वाले स्टेम सेल्स को तैयार किया जा सकता है। यह विधि अब तक मौजूदा सभी तकनीक से अधिक बेहतर और प्रभावशाली है। कहा जा सकता है कि संभवत: ऐसा पहली बार किया जा रहा है।

उनका दावा है कि इस विधि में हेयर फॉलिकल वाली अनगिनत कोशिकाओं का निर्माण संभव है जो वर्तमान में कहीं भी उपलब्ध नहीं है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के दौरान ह्यूमन प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल्स को डर्मल पेप‌िला सेल्स में बदलने की विधि खोज ली है जिसकी मदद से नए बालों को उगाना अधिक प्रभावी हो सकेगा।

उन्होंने चूहों इस विधि से बाल उगाने में सफलता प्राप्त कर ली है। एलेक्से बताते हैं कि वयस्कों में डर्मल पेपिला स्चेम सेल्स को त्वचा में बाहर से लगाना मुश्किल है इसलिए पहले ह्यूमन प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल्स को प्रत्यारोपित कर इसे डर्मल पेपिला सेल्स में बदलने से बाल उगने की संभावना बढ़ जाती है। यह शोध पीएलओएस वन जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

उल्लेखनीय है कि हाल में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसे जीन की खोज की है जो बालों का बढ़ना नियंत्रित करते हैं और इस आधार पर इनका उपचार हो सकेगा। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने बालों के बढ़ने से जुड़े जीन्स के ह्रुप का पता लगाया है जो बालों के झड़ने और उनके बढ़ने की क्षमता को नियंत्रित करते हैं।

शोधकर्ता कोबिलेक और ईव केंडीबा के अनुसार बालों की जड़ों में मौजूद इन स्टेम सेल्स की मदद से अब गंजेपन वाले हिस्से पर इन्हें लगाया जा सकेगा जिससे बाल प्राकृतिक रूप से इस भाग पर होंगे। शोधकर्ता कोबिलेक का कहना है कि बालों की कोशिकाओं में मौजूद विशेष जीन्स के रिप्लेसमेंट से हम अप्राकृतिक रूप से बाल झड़ने या किसी बीमारी की वजह से गंजेपन के शिकार हुए लोगों का उपचार कर सकेंगे।

लेकिन उपचार के लिए इस तकनीक की मदद कैसे ले सकते हैं और इसके क्या साइड एफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे विषयों पर अभी काफी अध्ययन की आवश्यकता है।

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