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खूंखार आईएस आतंकियों ने ली जापानी पत्रकार की जान

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बेरूत , रविवार, 1 फ़रवरी 2015 (08:28 IST)
टोक्यो। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने एक वीडियो में दूसरे जापानी बंधक का सिर कलम करने का दावा किया, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जापान के खिन्न दिखाई दे रहे प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने ‘जघन्य और कुत्सित’ कृत्य करार देते हुए इसकी निंदा की।
 
इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह की वेबसाइट पर जारी किए गए एक वीडियो में एक सप्ताह के भीतर दूसरे जापानी बंधक और 47 वर्षीय केंजी गोतो की कथित हत्या की घोषणा की गई।
 
हालांकि इस वीडियो में जॉर्डन के पायलट का कोई जिक्र नहीं है, जिसे आईएस ने बंधक बना रखा है और उसे भी जान से मारने की धमकी दी गई थी।

वीडियो में सम्मानित स्वतंत्र पत्रकार गोतो को ग्वांतानामो बे के कैदियों के समान संतरी रंग के परिधान में एक नकाबपोश व्यक्ति के करीब घुटने के बल बैठे दिखाया गया है जो ब्रिटिश लहजे में बात कर रहा है और पत्रकार की ‘हत्या’ के लिए जापान सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है।
 
सिर से पैर तक काले रंग के वस्त्र पहना तथा चेहरा ढका व्यक्ति आईएस का वही आतंकवादी लग रहा है जो संगठन के पिछले सिर कलम वाले वीडियो में दिखाई दिया था।
 
सिर कलम करने वाले ने अबे को संबोधित करते हुए कहा कि हत्या जापानी सरकार के ‘बेतुके’ फैसलों का परिणाम है और इससे ‘जापान के लिए दुस्वप्न’ की शुरुआत होगी। वीडियो एक संतरी रंग की पोशाक वाली लाश के साथ समाप्त हो जाता है, जिसका सिर कटा पड़ा है।
 
प्रधानमंत्री अबे ने जापान में रविवार की सुबह इस वीडियो की खबर आने के बाद कहा, ‘ मैं आतंकवादियों को कभी माफ नहीं करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें उनके अपराधों की सजा दिलाने के लिए हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करेंगे।’ 
 
अपने बेटे की हत्या से उद्वेलित गोतो की मां ने आंसुओं के बीच सुबकते हुए कहा, ‘अपने बेटे की बेहद दु:खद मौत पर क्या कहूं मैं?’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ‘जघन्य हत्या’ की निंदा की।
 
ओबामा ने कहा, ‘अपनी रिपोर्टिंग के जरिए मिस्टर गोतो ने साहस के साथ बाहर की दुनिया को सीरियाई लोगों की दुर्दशा दिखाने का प्रयास किया।’ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून के प्रवक्ता ने ‘बर्बर हत्या’ की निंदा की और कहा कि इस हत्या ने उस हिंसा को बेनकाब किया है जो इराक और सीरिया में इतने लोगों की जान ले चुकी है।
 
अमेरिका और जापान ने कहा है कि वे वीडियो की वैधता की पुष्टि करने में जुटे हैं। संवाददाताओं के सवालों के जवाब में सरकारी प्रवक्ता योशिहिदो सुगा ने बताया, ‘गहन समीक्षा के बाद हमारा मानना है कि इस बात की काफी संभावना है कि यह असली है।’ 
 
ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस कथित हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। पेरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने जापानी पत्रकार की हत्या की निंदा की और कहा, ‘इस नए संकट के समय फ्रांस पूरी एकजुटता के साथ जापान के साथ खड़ा है और जापान तथा फ्रांस मध्य एशिया में शांति बहाली के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।’ 
 
इस बीच अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे आईएस की कल जारी वीडियो की पुष्टि कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के नेशनल सिक्यूरिटी काउंसिल के प्रवक्ता बर्नादेट्टे मीहान ने कहा कि हमने वीडियो में आईएस आतंकवादियों द्वारा जापानी नागरिक केंजी गोतो की हत्या देखी।
 
अमेरिका आईएस आतंकवादियों के इस कृत्य की कड़ी निंदा करता है। हम इनके द्वारा बनाए गए सारे बंधकों तत्काल की रिहाई की मांग करते हैं। हम पूरी दृढ़ता से अपने बेहद विश्वस्त साथी जापान के साथ हैं।
अगले पन्ने पर... आईएस आतंकियों ने जापानी पीएम को दी यह धमकी...

वीडियो के दूसरे हिस्से में आईएस आतंकवादी जापान के प्रधानमंत्री को संबोधित करते हु्ए कह रहा है कि वह अपने लापरवाह फैसले को लेकर एक ऐसे युद्ध के लिए दोषी हैं जिसमें उनकी जीत नामुमकिन है। चाकू सिर्फ गोतो के गले पर ही नहीं चलेगा बल्कि जापान के और भी लोगों के सिर कलम किए जाएंगे।एक तरह से यह जापान के लिये शामत के दिनों की शुरूआत है।
 
इससे एक हफते पहले जापान के ही एक अन्य बंधक हारू ना युकावा के सिर कलम किए जाने का वीडियो जारी किया गया था। जापान का कहना है कि वह केन्जी गोतो की हत्या वाले वीडियो के सत्यापन का प्रयास कर रहा है। 
 
जापान ने आईएस के इस कृत्य की कठोर शब्दों में निंदा की है। मुख्य केबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा कि यह एक अमानवीय और अक्षम्य घटना है। हम इस घटना की कडी निंदा करते हैं।
 
उल्लेखनीय है कि जाने-माने फ्रीलांसर और फिल्म निर्माता रहे 47 वर्षीय गोतो को गत वर्ष अक्टूबर में सीरिया में आतंकवादियों ने बंधक बना लिया था। गोतो अपने देश के नागरिक हारू ना युकावा को रिहा कराने की कोशिश कर रहे थे। आईएस के लड़ाकों ने गोतो और युकावा को छोड़ने के बदले जापानी सरकार से 200 मिलियन डॉलर की मांग की थी। जापान और जार्डन अप्रत्यक्ष रूप से इराक के कबाइली नेताओं के जरिये गोतो और युकावा को आईएस के चंगुल से मुक्त कराने के लिए प्रयासरत थे। (वार्ता)

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