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खूबसूरत महिला फाइटर ने मारे 100 आईएस आतंकी

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, शुक्रवार, 31 जुलाई 2015 (12:07 IST)
पिछले कई महीनों से आईएस(इस्मालिक स्टेट) सीरिया व ईराक में क्रूरता से लोगों पर अत्याचार कर रहा है। इस  कारण से लोगों ने स्वयंभू खलीफा आईएस के खिलाफ जंग छेड़ने की तैयारी कर ली है।
एक ऐसी ही सेना महिलाओं की रक्षा के लिए बनाई गई है जिसका नाम वुमेन प्रोटेक्शन यूनिट है। इस यूनिट में  सभी महिलाएं शामिल हैं। यह स्वतंत्र नागरिक सेना 'पीपुल प्रोटेक्शन यूनिट' के साथ मिलकर आईएएस के  खिलाफ जंग लड़ रही है।   
 
इनमें से एक महिला जिसका नाम रेहाना है वह अब तक 100 आईएस लड़ाकों को मार चुकी है। रेहाना के बारे में हाल ही में भारतीय मूल के जर्नलिस्ट पवन दुर्रानी ने ट्वीट किया है। पवन ने ट्वीट में बताया है कि रेहाना ने अब तक 100 आईएस आतंकियों को मार गिराया है और अपनी बहादुरी का सुबूत दिया है।
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पिछले साल अपनी बॉर्डर सिटी कोबानी की ओर से आईएएस के खिलाफ लड़ते हुए रेहाना ने खूब ख्याति बटोरी थी।  हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कुछ दिनों पहले इस फाइटर को आईएएस ने पकड़ लिया था और सिर  कलम कर दिया था।
 
वहीं उसके कुछ करीबी दोस्तों का कहना है कि वह कोबानी में आईएएस के अड्डे से भागने में कामयाब हो गई थी। वह एक प्रशिक्षित हत्यारी है जो आईएस से अपने शहर की रक्षा कर रही है।
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कई जर्नलिस्टों ने इस बात को खारिज किया है कि उसने अकेले 100 आईएस आतंकियों को मारा है। वहीं कई  जर्नलिस्ट कह रहे हैं कि यह बात इसलिए फैलाई जा रही है ताकि वह आईएस वालों का टारगेट ना बन जाए। 
 
100 आईएस आतंकियों को मारने की बात जबसे सामने आई है तबसे महिलाओं में भरोसा जागा है और पिछले  महीनों में 10 हजार से ज्यादा कुर्दिश महिला योद्धाओं ने अपनी सेवाएं 'वुमेन प्रोटेक्शन यूनिट' में भर्ती होकर  देना शुरू कर दी हैं।
 
इस सेना का यही प्रयास है कि इस बॉर्डर सिटी से जितनी जल्दी हो सके आईएएस को मार भगाया जाए। हालांकि  इस शहर के लिए महिला फाइटरों के जज्बे की कहानी कोई नई बात नहीं है।
 
पिछले साल एक महिला फाइटर एरिन ने खुद को बम के हवाले करते हुए पूरे गांव को बम के प्रभाव से नेस्तनाबूद  होने से बचाया था और उसके इस प्रयास में 10 आईएएस आतंकवादी मारे गए थे। 
 
अब इस जंगी क्षेत्र में महिलाओं ने गन को उठा लिया है। आशा है कि कुछ परिवर्तन तो आएगा।

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