बर्लिन। पेरिस पुलिस स्टेशन पर पिछले सप्ताह हमले की कोशिश करने वाला व्यक्ति जर्मनी के एक आश्रयघर में रहता था। जर्मन जांचकर्ताओं ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जर्मनी की चांसलर अंजेला मर्केल का युद्ध शरणार्थियों के प्रति उदारवादी रुख कमजोर पड़ रहा है।
उत्तरी पेरिस में बृहस्पतिवार को पुलिस स्टेशन पर हमला करने की कोशिश करने के बाद पुलिस ने इस व्यक्ति को गोली मार दी थी जिससे उसकी मौत हो गई।
व्यंग्य पत्रिका शार्ली हेब्दो के कार्यालय पर हुए आतंकवादी हमले के ठीक एक साल बाद यह हमला हुआ। शार्ली हेब्दो के कार्यालय पर पिछले साल किए गए हमले ने पूरे पेरिस को हिला कर रख दिया था। सात जनवरी 2015 को हुए इस हमले में 12 लोग मारे गए थे।
पुलिस स्टेशन पर हुए हमले की जांच में जुटे जर्मन जांचकर्ताओं ने रविवार को रेकलिंगॉसेन स्थित शरणार्थियों के लिए बने एक अपार्टमेंट में छापा मारा था। मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि संदिग्ध का नाम एक शरणार्थी के तौर पर दर्ज किया गया है। (वार्ता)