लंदन। ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को मानवता, प्राणियों और प्रकृति को लेकर उनके लगाव और सहिष्णुता के कारण एक जैन मंदिर ने शुक्रवार को उन्हें विशेष अहिंसा सम्मान से नवाजा।
प्रिंस चार्ल्स इंस्टीट्यूट ऑफ जैनोलॉजी के 25 साल पूरा होने के मौके पर हर्टफोर्डशायर के पोटर्स बार में जैन देरासर मंदिर गए।
आयोजन में आए सैकड़ों अतिथियों को 66 वर्षीय प्रिंस ने संबोधित किया, ‘हम सबका कर्तव्य है कि दुनिया के धर्मों के बीच व्यापक सौहार्द बनाने के लिए काम करें, खास कर ऐसे समय में, जब सहिष्णुता प्रभावित हो रही है।’
उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब दुनिया भर में किसी विशेष मत के नाम पर खौफनाक हिंसा से हम सब के लिए हालात कठिन हुए हैं, मत के संस्थापकों के मूल संदेश को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है यह बहुत जरूरी है कि उसे सही रूप में ग्रहण किया जाए। विभिन्न मतों के लोगों बीच समझ और व्यापक सहिष्णुता का आह्वान हो।
अहिंसा और सबके प्रति सहिष्णुता के जैन सिद्धांतों को बढ़ावा देने के मकसद से लंदन में इंस्टीट्यूट ऑफ जैनोलॉजी की स्थापना हुई थी। (भाषा)