काठमांडू। नेपाल में राजनीतिक दलों को बहुमत के आधार पर प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार चुनने का निर्देश दिया गया और पुष्प कमल दहल प्रचंड का दोबारा प्रधानमंत्री बनना तय माना जा रहा है। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने देश के सभी राजनीतिक दलों को बहुमत के आधार पर नए नेता का चुनाव करने का निर्देश दिया है।
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
									
										
								
																	
	संसद की सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस तथा कम्युनिस्ट पार्टी नेपाल (माओवादी-सेंटर) के साथ कुछ अन्य दलों के भी आ जाने के साथ अब इस गठबंधन का संसद में बहुमत होना निश्चित है और इसी गठबंधन का प्रधानमंत्री भी बन सकता है। इस गठबंधन ने प्रचंड को अपने प्रधानमंत्री बनाने का फैसला पहले ही कर लिया था।
	 
	राष्ट्रपति कार्यालय ने संसद को एक पत्र लिखकर बहुमत के आधार पर नए प्रधानमंत्री का चुनाव करने को कहा है। स्पीकर के प्रेस सलाहकार बाबिन शर्मा ने बताया कि स्पीकर को राष्ट्रपति कार्यालय से इस संबंध में एक पत्र प्राप्त हुआ है और संसद चुनाव प्रक्रिया बुधवार को शुरू करेगी। संसद के महासचिव की अगुआई में एक पैनल चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत करेगा।
	 
	संसदीय प्रक्रिया के अनुसार उम्मीदवार को मंगलवार को नामांकन दाखिल करना होगा। देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के सांसद रवीन्द्र अधिकारी ने बताया कि पूर्व स्पीकर सुभाषचंद्र नेम्बांग पार्टी से उम्मीदवार होंगे। (वार्ता)