बीजिंग। दक्षिण चीन सागर में लगातार अपनी पैठ को मजबूत करने में लगे चीन ने शुक्रवार को पहली बार विमानवाहक युद्धपोतों से बमबारी का अभ्यास किया। चीन का यह युद्धाभ्यास कोरिया के निकट बोहाई समुद्र के पूर्वोतर में किया गया।
चीन की सरकारी टीवी चाइनीज सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) के मुताबिक इस युद्धाभ्यास में 10 युद्धपोतों और 10 विमानों को शामिल किया गया है जिसमें हवा से हवा में, हवा से समुद्र और समुद्र से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल हो रहा है।
सेंट्रल टीवी पर गुरुवार देर रात प्रसारित रिपोर्ट के मुताबिक यह पहली बार चीन के किसी युद्धाभ्यास में विमान स्क्वॉड्रन ने सैनिकों के साथ बमबारी करने का अभ्यास किया। सीसीटीवी ने कहा कि इस अभ्यास में चीन ने सोवियत निर्मित लिओनिंग विमानवाहक और युद्धपोतों से एंटी-एयरक्राफ्ट और मिसाइलरोधी अभ्यास किया। इस अभ्यास में मिसाइल से लैस शेनयांग जे-15 लड़ाकू विमान ने भी भाग लिया।
इससे पहले अमेरिका ने आरोप लगाया था कि दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीपों पर चीन एंटी-एयरक्राफ्ट और मिसाइलरोधी प्रणाली स्थापित कर रहा है। चीन की आधिकारिक संवाद समिति ने कहा कि बोहाई समुद्र के जिस हिस्से में गुरुवार को यह युद्धाभ्यास किया गया था, वहां चीन के अलावा किसी और देश का दावा नहीं है। यह अभ्यास उपकरण और सेना के प्रशिक्षण स्तर का परीक्षण करने के उद्देश्य से किया गया था। (वार्ता)