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शांति वार्ता टली, अमेरिका का रूस पर आरोप

हमें फॉलो करें शांति वार्ता टली, अमेरिका का रूस पर आरोप
जिनेवा , गुरुवार, 4 फ़रवरी 2016 (10:55 IST)
जिनेवा,  वाशिंगटन। सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने गुरुवार को घोषणा की है कि सीरिया में चल रहे हिंसक गृहयुद्ध को खत्म करने के लिए स्विट्जरलैंड में होने वाली शांति वार्ता को 25 फरवरी तक के लिए ‘अस्थायी विराम’ दिया गया है।

 इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने रूस और सीरिया पर आरोप लगाया कि कि वे समस्या का राजनीतिक नहीं वरन सैनिक समाधान चाहते हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने सीरिया में शांति वार्ता अस्थायी रूप से रुकने के बाद मॉस्को और दमिश्क पर आरोप लगाया है कि वे सीरिया में जारी युद्ध का राजनीतिक नहीं बल्कि सैन्य समाधान चाहते हैं।

संरा के विशेष दूत स्टाफन डि मिस्तूरा ने जिनेवा में पत्रकारों से कहा कि पहले हफ्ते की प्रारंभिक वार्ता के दौरान उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला है कि अभी उनके और अन्य हितधारकों के द्वारा काफी काम किया जाना बाकी है।
 
उन्होंने कहा कि पहले दिन की वार्ता के बाद उन्हें ऐसे संकेत मिले कि अभी इस वार्ता को अस्थायी विराम दिया जाना चाहिए। यह वार्ता का अंत या विफल होना नहीं है। अगली बार वार्ता के लिए 25 फरवरी की तारीख तय हुई है। केरी ने बुधवार को शांति वार्ता रुक जाने और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के कट्टर सहयोगी रूस के यह संकल्प लेने के बाद कड़े शब्दों में यह टिप्पणी की कि उसके विवादास्पद हवाई अभियान में कोई कमी नहीं आएगी।
 
उन्होंने कहा, 'रूसी हवाई हमलों के समर्थन से सीरियाई सरकारी बलों के विरोधियों के कब्जे वाले इलाकों पर हमले जारी हैं। शासन एवं सहयोगी देशों की मिलिशिया द्वारा लाखों नागरिकों की घेराबंदी भी नहीं रुकी है। इनसे राजनीतिक के बजाए सैन्य समाधान चाहने के उनके इरादे का स्पष्ट संकेत मिलता है।' 
 
इससे पहले अमेरिका और फ्रांस ने सीरिया के अलेप्पो के आसपास रूसी बमबारी की निंदा की थी और केरी ने इस बमबारी को तत्काल बंद करने की पुन: अपील की। फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेंट फेबियस ने तुर्की की सीमा से लगते अलेप्पो शहर की अंतिम आपूर्ति लाइन काटने की सीरिया सेना की कार्रवाई की निन्दा की है।
 
सीरिया में शांति को लेकर जिनेवा में होने वाली वार्ता के 25 फरवरी तक निलंबित होने के साथ ही फेबियस ने बुधवार को कहा कि फ्रांस 'अलेप्पो और इसके हजारों निवासियों को घेरने तथा गला घोंटने की सीरियाई शासन की बर्बर कार्रवाई की निन्दा करता है।' (भाषा) 

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