बर्लिन। जर्मनी में पिछले दो वर्षों में एक लाख से अधिक शरणार्थियों ने प्रवेश किया है और इनकी आड़ में हजारों पूर्व तालिबानी लड़ाकों के देश में घुसने की आशंका हैं। डेर स्पाइगल मैगजीन ने यह जानकारी दी।
मैगजीन के अनुसार जर्मनी के प्रवासी एवं शरणार्थी मामलों के संघीय कार्यालय ने सुरक्षा अधिकारियों को सूचित किया है कि शरणार्थी आवेदन प्रकिया के दौरान हजारों प्रवासियों ने खुद को पूर्व तालिबानी लड़ाकों के रूप में चिह्नित कराया है।
मुख्य संघीय अभियोजक इस समय कम से कम 70 अफगानी पुरुषों की पृष्ठभूमि की जांच कर रहा है मगर अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये सभी सक्रिय तालिबान लड़ाके हैं या नहीं।
मैगजीन के मुताबिक छह अफगानी नागरिकों को जांच के दौरान हिरासत में रखा गया है और कईं अन्य के मामले में अगले हफ्ते अदालती कार्रवाई शुरू होने वाली हैं। इस मामले में अभी तक आव्रजन कार्यालय अथवा अभियोजकों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष कईं आतंकवादी हमलों में प्रवासियों की भूमिका को देखते हुए चांसलर एंजेला मर्केल की काफी आलोचना की जा रही है कि उन्होंने इतनी भारी संख्या में शरणार्थियों को आने की अनुमति दी है। सरकार शरणार्थी दर्जे के इच्छुक अफगानी लोगों की अर्जियां अस्वीकार होने के बाद अब इन्हें वापस भेजने में काफी सक्रिय हो गई है।
उन्होंने अपने इस कदम का यह कहकर बचाव किया है कि सभी यूरोपीय देश ऐसा ही कर रहे हैं। वह 24 सितंबर को होने वाले चुनावों में चौथी बार दावेदारी पेश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि 55 प्रतिशत अफगानियों को जर्मनी में शरणार्थी का दर्जा दिया जा चुका है और 45 प्रतिशत की अर्जियों को खारिज किया जा चुका है। (वार्ता)