वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी का रूप कितना उत्कृष्ट हो सकता है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खगोलशास्त्रियों ने एक ऐसे कम्प्यूटर का निर्माण किया है, जिसके द्वारा सौर ग्रहों के अतिरिक्त ग्रहों का भी पता लगाया जा सकता है।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रूस फेग्ले के अनुसार इस आविष्कार द्वारा यह पता लगाने में भी आसानी होगी कि कौन से ग्रह में जल की संभावना हो सकती है?
इतना ही नहीं, ब्रूस ने यह भी दावा किया है कि आप अपने सौर-तंत्र से जितना भी दूर जाएँगे, जल की संभावना उतनी ही अधिक बढ़ जाएगी।
इस कम्प्यूटर पर अभी कार्य चल ही रहा है पर यह तो मानना ही पड़ेगा कि इस कम्प्यूटर के पूर्णतः अस्तित्व में आने से सूचना प्रौद्योगिकी का स्वरूप और भी विशाल हो जाएगा।