पासपोर्ट बनवाने के लिए अब पुलिस के सत्यापन का लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, जल्द ही ऐसे आवेदन 'पहले आओ-पहले पाओ' की तर्ज पर सत्यापित किए जाएँगे। यह सब होगा एक सॉफ्टवेयर के जरिये। संभव है कि यह प्रक्रिया कुछ घंटों में पूरी हो जाएगी।
पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया का अहम हिस्सा है पुलिस का सत्यापन। इसके बिना कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होता है, लेकिन अक्सर पुलिस सत्यापन में काफी वक्त लग जाता है।
इस परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए बंगलोर स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी बैंगलोरवन द्वारा एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसका नाम 'फर्स्ट इन फर्स्ट आउट' (एफआईएफओ) रखा गया है। इसकी मदद से पुलिस सत्यापन में लगने वाला वक्त घट जाएगा और आवेदनों का निपटारा क्रमानुसार होगा। जो आवेदन पहले आएगा, उसका सत्यापन पहले होगा।
रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं : बैंगलोरवन के अधिकारी कहते हैं कि पासपोर्ट आवेदनों के जल्द निपटारे के लिए दो सिस्टम इंस्टॉल किए जा रहे हैं। एफआईएफओ इसी सिस्टम का एक हिस्सा है, लेकिन अभी परेशानी यह है कि पुलिस का सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं है। जब पुलिस अपना डाटा कम्प्यूटराइज्ड कर लेगी, तब प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी।
समय की बचत होगी : फिलहाल यह सॉफ्टवेयर परीक्षण के तौर पर बंगलोर में इस्तेमाल किया जा रहा है। एक बार इस सॉफ्टवेयर को मुख्य सर्वर से जो़ड़ देने के बाद संबंधित क्षेत्र के पुलिस स्टेशन द्वारा आवेदनों का निपटारा ऑनलाइन किया जाने लगेगा। इसमें जहाँ समय की बचत होगी, वहीं लंबे और उबाऊ पेपर वर्क से भी छुटकारा मिल सकेगा। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता भी रहेगी और काम तेजी से निपटेगा।