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‘फ्रीडम 251’ स्मार्टफोन की बुकिंग फेल, लोगों ने उड़ाया मज़ाक

हमें फॉलो करें ‘फ्रीडम 251’ स्मार्टफोन की बुकिंग फेल, लोगों ने उड़ाया मज़ाक
, गुरुवार, 18 फ़रवरी 2016 (14:35 IST)
महज़ 251 रुपए में स्मार्टफोन देने के दावे से बाज़ार में खलबली मचाने वाले ‘फ्रीडम 251’ स्मार्टफोन फोन की प्री-बुकिंग गुरुवार को शुरू होने के बाद सर्वर क्रैश हो गया, जिससे इसकी बुकिंग नहीं हो पाई। कंपनी ने प्री-बुकिंग 24 घंटे के लिए रोक दी है और अगले 24 घंटे में सर्वर ठीक करके दोबारा इसे शुरू करने की बात कही है। 
कंपनी ने एक बयान में कहा कि - हमें अभी एक सेकंड में 6 लाख हिट्स मिल रहे हैं। इसी के चलते सर्वर ओवरलोडेड हो गया है। हम इसकी बुकिंग रोक रहे हैं। सर्विस अपग्रेड करने के बाद हम 24 घंटे के अंदर इसे दोबारा शुरू करेंगे।
 
इस बीच सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर ‘फ्रीडम 251’ स्मार्टफोन का मजाक उड़ाया। एक ट्वीट में लिखा कि कुंभ के मेले में भी इतनी भीड़ नहीं होती, जितनी ‘फ्रीडम 251’ स्मार्टफोन की बुकिंग में है। 
 
एक अन्य ट्वीट में कंपनी के इतने सस्ते मोबाइल पर टिप्पणी की गई कि केवल एक जीबी रैम फोन 251 रुपए से अधिक कीमत की आती है तो फिर पूरा फोन 251 रुपए में कैसे आ सकता है।  
 
हालांकि कंपनी के लांचिंग इवेंट में इस तरह के सवालों के जवाब दिए गए थे। रिंगिंग बेल्स के अध्यक्ष अशोक चड्ढा ने कहा कि फोन की विनिर्माण लागत करीब 2,500 रुपए है जो नवोन्मेषी विपणन, शुल्कों में कटौती और ई-वाणिज्य आदि के जरिए इसे वसूलने की कोशिश की जाएगी।
 
उन्होंने कहा, ‘मेक इन इंडिया के जरिए हम शुल्क में 13.8 प्रतिशत की बच कर सकते हैं। साथ ही पहले हम ऑनलाइन बिक्री कर सकेंगे और इस तरह वितरण नेटवर्क पर होने वाला खर्च बच सकेगा।’ चड्ढा ने, हालांकि, इस अटकल को भी खारिज किया कि हैंडसेट को सरकार सब्सिडी प्रदान कर रही है।
 
उन्होंने कहा, ‘फोन का विनिर्माण नोएडा और उत्तरांचल में किया जाएगा। 250 करोड़ रुपए के निवेश से दो संयंत्रों की स्थापना की जाएगी जिनकी क्षमता पांच लाख फोन की होगी। धन ऋण और इक्विटी (1.5:1) के जरिए आएगा।’ चड्ढा ने कहा कि इक्विटी कंपनी के प्रवर्तक परिवार की ओर से आएगी जो उत्तर प्रदेश में कृषि-जिंस कारोबार करता है। उन्होंने, हालांकि, इसके बारे में और जानकारी देने का इनकार किया।
 
कुछ साल पहले सरकार के लिए 35 डॉलर में आकाश टैबलेट का उत्पादन करने वाली कंपनी, डाटाविंड के मुख्य कार्यकारी, सुनीत सिंह तुली ने कहा कि सभी विशिष्टताओं के साथ इस 3जी मोबाइल की कीमत जो बताई जा रही है उससे मुकाबले करीब आठ गुना अधिक होगी।
 
उद्योग ने मोबाइल की कीमत पर चिंता जताई है और दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से यह कहते हुए मामले की तह तक जाने के लिए कहा कि सब्सिडीशुदा बिक्री के बाद भी कीमत 3,500 रुपए से कम नहीं हो सकती। मंत्री को भेजे पत्र में इंडियन सेल्यूलर एसोसिएशन (आईसीए) ने यह भी कहा कि जब तक मामला साफ न हो वरिष्ठ राजनेताओं और सरकार से जुड़े लोगों की इस समारोह में मौजूदगी उचित नहीं है।
 
आईसीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू ने एक पत्र में कहा, ‘एक बात बता दूं कि ऐसे उत्पादों के लिए यदि सबसे सस्ती आपूर्ति श्रृंखला से भी सामग्री ली जाती है तो इसकी लागत करीब 40 डालर (2,700 रुपए) होगी। यह जब शुल्क, कर, वितरण तथा खुदरा मार्जिन के साथ खुदरा मूल्य में तब्दील होता है तो लागत कम से कम 4,100 रुपए होनी चाहिए जबकि मोबाइल हैंडसेट 251 रुपए पर बेचा जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि यदि उत्पाद ई-वाणिज्य की तरह सब्सिडीशुदा बिक्री के तौर पर कम मार्जिन पर बेचा जा रहा है तो आखिरी उपभोक्ता लागत 52-55 डॉलर (करीब 3,500-3,800 रुपए) से कम नहीं हो सकती।
 
इस 3जी हैंडसेट, फ्रीडम 251, में चार इंच का डिस्प्ले, स्पेक्ट्रम 1.3 जीएसजेड क्वाड-कोर प्रोसेसर और 1 जीबी रैम है। यह सरकार की स्वच्छ भारत, महिला सुरक्षा, मछुआरों किसानों आदि से जुड़ी पहलों के साथ आएगा।

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