भारत में आईफोन-7 बिक्री के लिए 7 अक्टूबर से उपलब्ध होगा। आईफोन पसंद करने वाले बहुत हैं और आईफोन-7 और आईफोन-7 प्लस को खरीदने के लिए बेकरार बैठे हैं। एप्पल का दावा है कि आईफोन-7 तेज गति वाले प्रोसेसर, बेहतर कैमरा, बड़ी बैटरी और अन्य कई फीचर लिए हुए होगा। जानिए ऐसे 6 कारण, आपको बताते हैं कि क्यों आईफोन-7 और आईफोन-7 प्लस नहीं खरीदना चाहिए।
1. आईफोन-6 जैसी डिजाइन : आईफोन-7 और आईफोन-7 प्लस की डिज़ाइन इसके पूर्ववर्ती आईफोन-6 और आईफोन-6 प्लस से अलग नहीं। हकीकत में यह दो साल पहले आए आईफोन-6 के लुक के समान ही है।
2. आईफोन-6 जैसा रेटिना एचडी डिस्प्ले : आईफोन-6 में रेटिना एचडी डिस्प्ले दिया गया था। अगर आप इसमें कुछ बदलाव चाहते हैं तो आईफोन-7 आपके लिए नहीं है। आईफोन-7 में भी रेटिना एचडी डिस्प्ले जस का तस बना हुआ है।
3. बैटरी का समय कम : एप्पल का दावा है कि आईफोन-7 और आईफोन-7 प्लस की बैटरी लंबे समय तक चलती है। परंतु, घंटों की अगर बात की जाए तो आईफोन-7 में यह आईफोन-6 के मुकाबले 2,3 घंटे अधिक सर्विस देती है, वहीं आईफोन-7 प्लस में एक घंटा।
4. हैडफोन जैक में बदलाव : खबरे हैं कि एप्पल ने 3.5mm के हैडफोन जैक हटा दिए हैं। इसका मतलब है कि यूजर्स उनके वर्तमान 3.5mm के हैडफोन जैन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए उन्हें एडाप्टर की जरूरत होगी।
5. रैम में बदलाव : हालांकि एप्पल कभी भी रैम कैपीसिटी की जानकारी नहीं देती परंतु फोर्ब्स में आई एक रिपोर्ट के अनुसार एप्पल 7 में 2जीबी रैम है। अगर यह सच है तो इसका मतलब है एप्पल के आईफोन-6 की रैम जैसी ही रैम आईफोन-7 में दी गई है।
6. कलर के लिए एक्स्ट्रा खर्च : आईफोन-7 में जैट ब्लैक मिरर-लाइक फिनिश है। ये दिखने में बहुत खूबसूरत है परंतु खास बात यह है कि आईफोन-7 के अन्य किसी कलर जैट ब्लैक अधिक महंगा है। अगर आपको यह कलर चाहिए तो आपको अधिक खर्च करना होगा।