सरकार ने प्याज के निर्यात को प्रतिबंधित करने की संभावना से इनकार करते हुए कहा है कि इसकी कीमतों में आई तेजी तात्कालिक समस्या है और नई फसल के आने के बाद कीमतें लगभग ढाई महीने में कम हो सकती हैं।
कृषि मंत्री शरद पवार ने आर्थिक संपादकों के सम्मेलन में कहा मूल्य वृद्धि तात्कालिक है। हम पूरी तरह से सुनिश्चित हैं कि लगभग ढाई महीने में पर्याप्त मात्रा में प्याज उपलब्ध होगा और कीमतें कम होंगी। इसलिए दो महीने के लिए ऐसे कदम को उठाना मेरे हिसाब से उचित नहीं होगा।
प्याज के निर्यात पर संभावित प्रतिबंध के संदर्भ में अनुमान तब लगाए जाने लगे, जब केन्द्र सरकार ने प्याज निर्यात पर अंकुश लगाने के लिए प्याज की बाहर जाने वाली खेप की कीमत (न्यूनतम निर्यात मूल्य) में इस माह 145 डॉलर प्रति टन की भारी वृद्धि की जो चालू वित्तवर्ष में अभी तक की सर्वाधिक वृद्धि है।
चालू वित्तवर्ष के पूवार्ध में भारत ने भारत ने रिकॉर्ड 9.91 लाख टन का निर्यात किया, जबकि इस अवधि में घरेलू कीमतें महत्वपूर्ण ढंग से नहीं घटीं। (भाषा)