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टीम इंडिया को एक अदद जीत की तलाश

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लंदन , गुरुवार, 8 सितम्बर 2011 (16:07 IST)
एक के बाद एक लगातार हर मैच में हार का सामना कर टूट चूकी टीम इंडिया शुक्रवार को यहां केनिंगटन ओवल में जब इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में खेलने उतरेगी तो उसका लक्ष्य एक अदद जीत दर्ज कर अपनी हार के सिलसिले पर विराम लगाना होगा।

भारत के चार टेस्ट मैच में बुरी तरह शिकस्त झेलने के बाद भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद थी कि उनकी पूर्व विश्व नंबर एक टीम ट्‍वेंटी-20 और वनडे में वापसी कर अपने आलोचकों के मुंह बंद कर देगी लेकिन ट्‍वेंटी-20 में भी टीम को मुंह की खानी पड़ी।

फिर क्रिकेटप्रेमियों को लगा कि विश्वकप विजेता टीम वनडे में तो वापसी कर ही लेगी। हालांकि टीम की फॉर्म, चोटों और अपने दुर्भाग्य से लड़ रही भारतीय टीम ने पहले वनडे में वापसी की झलक दी लेकिन इस बार मौसम दगा दे गया।

खेल प्रशंसकों को अब भी आस थी कि दूसरे वनडे में विश्व विजेता टीम अपनी हार का क्रम तोड़ देगी लेकिन इंग्लैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को इस बार भी चारों खाने चित्त कर दिया और भारत सात विकेट से मैच हार गया।

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपनी टीम की हार के लिए सफाई देते देते थक गए हैं। अब वह भी चाहेंगे कि तीसरे वनडे में उन्हें हर बार की तरह टीम की हार के लिए फिर से सफाई न देनी पड़े। हालांकि उनके लिए एक और बुरी खबर यह है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर भी चोटिल होने के कारण वनडे सिरीज से बाहर हो चुके हैं। टीम के प्रदर्शन का सारा दारोमदार अब युवा कंधों पर हैं।

इंग्लैंड दौरे में चोटें टीम इंडिया के जी का जंजाल बनी हुई हैं। विस्फोटक ओपनर वीरेन्द्र सहवाग, उनके सलामी जोड़ीदार गौतम गंभीर, तेज गेंदबाज जोड़ी ईशांत शर्मा और जहीर खान तथा रोहित वनडे टीम में शामिल किए जाने के बाद चोटों के कारण वापस किए गए हैं जबकि ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और हरफनमौला युवराज सिंह को चोटों के कारण वनडे टीम में रखा ही नहीं गया।

अब सचिन तेंडुलकर भी अंगूठे की चोट के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं और प्रवीण कुमार भी चोटिल हैं1 साथ ही धोनी के बारे में खबरें आई हैं कि वह अपने हाथ में सूजन को झेलते हुए खेल रहे हैं जिसका असर उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग पर भी पड़ रहा है।

ऐसे में कप्तान धोनी की जख्मी टीम के लिए दमदार इंग्लिश टीम के खिलाफ जीत दर्ज करना आसान नहीं होगा। हालांकि टीम के लिए अच्छी बात है कि उसकी बल्लेबाजी में सुधार दिख रहा है। दूसरे वनडे में अजिंक्या रहाणे और सुरेश रैना जैसे युवा बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था।

रहाणे ने 54 और रैना ने 40 रन की शानदार पारी खेली थी। कप्तान को इन दोनों युवा खिलाड़ियों से इस बार भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी जबकि आखिरी अंतरराष्ट्रीय वनडे सिरीज खेल रहे द्रविड़ को हर बार की तरह इस मैच में भी कमाल करना होगा। साथ ही धोनी को भी कप्तानी पारी खेलकर टीम का मनोबल ऊंचा करना होगा।

भारतीय टीम की सबसे बड़ी चिंता उसकी बेदम गेंदबाजी और बेजान क्षेत्ररक्षण है। धोनी ने भी इंग्लैंड के हाथों दूसरे वनडे में मिली पराजय के बाद कहा था मुझे लगता है कि हमने अच्छी बल्लेबाजी की और 187 रन का स्कोर टांग दिया। लेकिन कुछ भी हमारे पक्ष में नहीं रहा। गेंदबाज इस अच्छे स्कोर का बचाव नहीं कर पाए इसलिए मुझे लगता है कि अब गेंदबाजी विभाग में भी कुछ सुधार की जरूरत है।

दौरे में इंग्लैंड के हाथों छठी हार से निराश नजर आ रहे धोनी ने कहा था हमारे पास विशेषज्ञ गेंदबाज रह गए हैं और हम एक अतिरिक्त बल्लेबाज के बिना और पांच गेंदबाजों के साथ उतरकर खुद को सहज महसूस नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा था मुझे लगता है कि इस दौरे में हमारे लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा1 हम एक टीम के रूप में क्लिक नहीं कर पा रहे हैं।

सिरीज में वापसी के लिए हमें अगले मैच में निश्चित ही और बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल करनी होगी। जहां टीम इंडिया एक अदद जीत के लिए तीसरे वनडे में कोशिश करेगी तो वहीं इंग्लैंड का लक्ष्य सातवीं बार भारत को हराना होगा। एक ओर टीम इंडिया में टीम भावना की कमी दिखाई दे रही है तो दूसरी ओर इंग्लिश टीम हर मैच में एक इकाई के रूप में खेलती नजर आई है।

हालांकि तीसरे वनडे में इंग्लैंड के पास केविन पीटरसन और इयोन मोर्गन जैसे अनुभवी खिलाड़ी नहीं होंगे जिससे उसके मध्यक्रम पर असर पड़ सकता है लेकिन फिर भी इंग्लैंड की टीम को शिकस्त देना आसान नहीं होगा। जहां टीम के पास एलेस्टेयर कुक, इयान बेल और क्रेग कीसवेटर जैसे शानदार बल्लेबाज हैं वहीं उसके पास टिम ब्रेसनन. ग्रीम स्वान और स्टुअर्ट ब्राड जैसे उम्दा गेंदबाज भी हैं।

यदि टीम इंडिया को तीसरे वनडे में कुछ कर दिखाना है और जीत हासिल करनी है तो एक या दो खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से काम नहीं चलेगा बल्कि पूरी टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा तभी वह अपनी हार का क्रम तोड़ पाएगी। (वार्ता)

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