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पोंटिंग की सलाह द्रविड़ के काम आई

हमें फॉलो करें पोंटिंग की सलाह द्रविड़ के काम आई
सिडनी , गुरुवार, 25 अगस्त 2011 (14:46 IST)
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने कहा है कि जब भारत के श्रीमान भरोसेमंद राहुल द्रविड़ अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रहे थतो उस समय उन्होंने उन्हें संघर्ष करने और संन्यास न लेने की सलाह दी थी।

पोंटिंग ने कहा मुझे याद है कि भारत के खिलाफ हमारी पिछली सिरीज में द्रविड़ को चारों ओर से आलोचनाएं सुननी पड रही थी और हर कोई उनकी उपयोगिता पर सवाल उठा रहा था। मैं सिरीज खत्म होने के बाद उनके पास गया और कहा कि उन्हें अभी संन्यास लेने के बारे में कतई नहीं सोचना चाहिए क्योंकि उनमें काफी लंबे समय तक अच्छा क्रिकेट खेलने की क्षमता है।

ऑस्ट्रेलिया के शीर्षक्रम के बल्लेबाज ने कहा मैंने द्रविड़ से कहा कि उन्हें आलोचकों के बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए और आलोचनाओं को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने एशेज से पहले और बाद में मुझे भी इसी तरह हौंसला दिया था। भारत ने गत अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू ‍िसरीज खेली थी। द्रविड़ उस समय फार्म के लिए संघर्ष कर रहे थे।

उन्होंने 2010 में तब तक बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र शतक जड़ा था जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह अर्द्धशतक ही बना पाए थे। ऑस्ट्रेलिया के साथ सिरीज के बाद द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो शतक लगाए थे। इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सिरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए सात शतक लगाए।

36 वर्षीय पोटिंग ने कहा मुझे यह देखकर काफी अच्छ लग रहा है कि 38 वर्षीय द्रविड़ शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों को देखकर न केवल सीनियर बल्कि युवा क्रिकेटरों को भी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा सचिन तेंडुलकर और जैक्स कैलिस ने पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया।

द्रविड़ इस समय शानदार फॉर्म में हैं। यह देखकर न केवल मुझ जैसे सीनियर खिलाडियों को अच्छा लग रहा है बल्कि युवाओं को भी प्रेरणा मिल रही है कि यदि वह सही दिशा में अभ्यास और मेहनत करेंगे और यदि उनमें प्रतिभा है तो उम्र उनके खेल में कभी बाधा नहीं बन सकती है।

पोंटिंग ने साथ ही चिंता जताई कि युवाओं में ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट के प्रति आकर्षण बढ़ने से टेस्ट क्रि केट पर बुरा असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा मुझे इस बात की चिंता होती है कि खिलाड़ी अपने शुरुआती दौर में ही ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट ज्यादा खेल रहे हैं जिसके कारण वह ध्यान केंद्रित करना नहीं सीख पाएंगे। मैंने जब क्रिकेट खेलने की शुरुआत की थी तो मेरे लिए बल्लेबाजी का मतलब तब तक क्रीज पर टिके रहना होता था जब तक कोई आपको आउट नहीं कर देता।

पोटिंग ने कहा टेस्ट रैंकिंग में अपना नंबर वन का ताज खो चुकी भारतीय टीम उसी दौर सगुजर रही है जिससे हमारी टीम गुजर चुकी है। टीम इंडिया की चिंता का सबसे बड़ा कारण उनकी कमजोर गेंदबाजी है।

पोंटिंग ने कहा भारतीय टीम में अच्छे बल्लेबाजों की कमी नहीं है। लेकिन सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण हमेशा नहीं खेल सकते हैं। टीम इंडिया की चिंता का मुख्य कारण लचर गेंदबाजी है। उनके पास जहीर खान को छोड़कर कोई अच्छा गेंदबाज नहीं है।

उन्होंने कहा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) शायद ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट को ज्यादा तरजीह दे रहा है जिसके कारण टेस्ट टीम को नुकसान हो रहा है। आईपीएल के कारण उसके खिलाड़ी विभिन्न फ्रेंचाइजी की ओर से खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आर पी सिंह को देख लीजिए। उन्होंने जनवरी से एक भी प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला है। इसके बावजूद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया।

पोंटिंग ने कहा भारतीय टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं। लेकिन यह देखना लाजवाब होगा कि जब द्रविड़, सचिन और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी संन्यास ले लेंगे तो यह टीम खुद को कैसे खड़ा करती है और इन खिलाड़ियों की कमी को पूरा करती है।

उन्होंने कहा ऐसा ही दक्षिण अफ्रीका की टीम के साथ भी है। उनकी टीम से जब ग्रीम स्मिथ, कैलिस और डेल स्टेन जैसे सीनियर खिलाड़ी अलविदा ले लेंगे तो यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम खुद को कैसे पुराने मुकाम तक पहुंचा पाती है। (वार्ता)

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