Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भारत और इंग्लैंड टेस्ट के लिए तैयार

आतंकवाद पर क्रिकेट भारी

हमें फॉलो करें भारत और इंग्लैंड टेस्ट के लिए तैयार
चेन्नई (भाषा) , बुधवार, 10 दिसंबर 2008 (21:23 IST)
भारत और इंग्लैंड की टीमें गुरुवार को जब यहाँ पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए एक दूसरे के आमने सामने होंगी तो साबित हो जाएगा कि क्रिकेट आतंक पर भारी पड़ा है और दोनों टीमें आतंकवाद के शिकार लोगों के जख्मों पर महरम लगाने की कवायद में जुट जाएँगी।

मुंबई में 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमलों के बाद इंग्लैंड टीम वनडे श्रृंखला को बीच में छोड़कर स्वदेश रवाना हो गई थी, जिसके बाद भारतीय और इंग्लैंड बोर्ड को टेस्ट श्रृंखला के दौरे के लिए भारत को सुरक्षित साबित करने के मद्देनजर काफी अथक प्रयास करने पड़े जिसमें खिलाड़ियों को निजी तौर पर भी समझाने की कोशिश की गई।

दोनों टीमों के लिए हालाँकि टेस्ट श्रृंखला परिणाम इतना मायने नहीं रखेगा क्योंकि इंग्लैंड का भारत दौरे पर आना ही क्रिकेट की आंतक पर जीत माना जा रहा है।

इन सबके प्रयत्नों के बाद इंग्लैंड कप्तान केविन पीटरसन और उनके खिलाड़ियों ने सुरक्षा सलाहकार रेग डिकसन के श्रृंखला के लिए भारत में मिलने वाली सुरक्षा इंतजामों को हरी झंडी देने के बाद भारत आने का फैसला किया। एंड्रयू फ्लिंटॉफ स्टीव हार्मिसन और ग्रीम स्वान की तिकड़ी ने हालाँकि शुरू में भारत लौटने पर आपत्ति व्यक्त की थी लेकिन फिर बाद में टीम से जुड़ने का निर्णय लिया।

लेकिन अब आतंक के साये के हटने के बाद मौसम इस टेस्ट के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है क्योंकि इस मुकाबले से पहले बारिश होने की संभावना लगायी जा रही है। इंग्लैंड की टीम काफी मजबूत है लेकिन आँकड़ों के हिसाब से इसका पलड़ा भारतीयों के लिए ही भारी है जिन्होंने हाल ही में एक दिवसीय श्रृंखला में मेहमानों को 5-0 से रौंदा था।

तेज गेंदबाज रेयान साइडबॉटम को इस श्रृंखला के लिए पहले ही टीम से बाहर रखा गया है जबकि स्टुअर्ट ब्रार्ड भी पहले टेस्ट में नहीं खेल पायेंगे जिससे इंग्लैंड की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

हालाँकि डेनमार्क में जन्में तेज गेंदबाज अमजद खान को साइडबाटम की जगह टीम में रखा गया है जिससे तेज गेंदबाजी विभाग की पूरी जिम्मेदारी उनके साथ हार्मिसन जेम्स एंडरसन और फ्लिंटाफ के कंधों पर होगी।

उनकी बल्लेबाजी वनडे श्रृंखला में काफी कमजोर थी और जब तक इसमें नाटकीय सुधार नहीं होता तब तक बोर्ड पर बढ़िया स्कोर नहीं बनेगा जिससे गेंदबाजों को इस स्कोर का बचाव करने में कठिनाई होगी।

वहीं भारतीय टीम में ऐसी कोई समस्या दिखाई नहीं देती क्योंकि पूर्व कप्तान सौरव गांगुली तथा अनिल कुंबले जैसे दो दिग्गजों के संन्यास लेने से ए खालीपन को भरने में समय लगेगा, लेकिन इससे टीम के इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद महेंद्रसिंह धोनी और उनके खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं और वे कोई भी गलत कदम नहीं रख सकते जिसकी वजह से इंग्लैंड को वनडे श्रृंखला में हार का मुँह देखना पड़ा। हालाँकि यह 7-0 से व्हाइटवॉश भी हो सकती थी, लेकिन मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद अंतिम दो मैच रद्द हो गए।

सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर को हालाँकि ऐसा नहीं लगता कि वे मैच शुरू होते हुए आक्रामक रूख अख्तियार करें, जिससे विपक्षी गेंदबाजों की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। वहीं राहुल द्रविड़ का अपने खराब दौर से बाहर निकलने का द्वंद्व जारी है और इससे टीम ज्यादा प्रभावित भी नहीं दिखी थी क्योंकि अन्य खिलाड़ियों ने जरूरत के समय बढ़िया प्रदर्शन किया।

सचिन तेंदुलकर ने साबित कर दिया है कि उनकी रनों की भूख अभी खत्म नहीं हुई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाले वीवीएस लक्ष्मण भी बेहतरीन फॉर्म में है।

हालाँकि युवराजसिंह टीम से अंदर बाहर होते रहते हैं लेकिन चयनकर्ताओं ने उनमें भरोसा रखा है और गांगुली भी टीम में नहीं है, जिससे टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए इस खब्बू बल्लेबाज के लिए यह श्रृंखला स्वर्णिम मौका मुहैया करा सकती है।

गेंदबाजी विभाग में जहीर खान इस समय नयी गेंद के बढ़िया प्रदर्शन करने वाले विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। उन्होंने युवा ईशांत शर्मा को भी अपनी कला सिखाना शुरू कर दिया और इसके परिणाम दिखने भी लगे हैं।

जहीर और ईशांत जहां आक्रामक दिख रहे हैं वहीं मुनाफ पटेल को ऐसा मौका नहीं मिल पाया है लेकिन फिर भी उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में प्रभावित किया था। हरभजनसिंह अब स्पिन विभाग की अगुवाई करते हैं जबकि लेग स्पिनर अमित मिश्रा भी कुंबले की जगह लेने का प्रयास कर रहे हैं।

टीमें : भारत - महेंद्रसिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, युवराजसिंह, एस. बद्रीनाथ, हरभजनसिंह, जहीर खान, अमित मिश्रा, प्रज्ञान ओझा, मुनाफ पटेल, ईशांत शर्मा और मुरली विजय।

इंग्लैंड : केविन पीटरसन (कप्तान), टिम एम्ब्रोस, जेम्स एंडरसन, इयान बेल, स्टुअर्ट ब्रॉड, पॉल कोलिंगवुड, एलिस्टेयर कुक, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, स्टीव हार्मिसन, अमजद खान, मोंटी पनेसर, मैट प्रायर, ओवेंस शाह, एंड्रयू स्ट्रास, ग्रीम स्वान, और रवि बोपारा।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi