मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने कहा है कि भारतीय टीम ने विदेशी जमीन पर खराब प्रदर्शन के अपने ऊपर लगे ठप्पे को हटा दिया है और अब वह ऐसी भयमुक्त टीम बन गई है, जिसमें विश्व में कहीं भी किसी भी टीम को परास्त करने का माद्दा है।
सचिन ने खेल चैनल बीबीसी स्पोर्ट्स को दिए साक्षात्कार में कहा कि टीम इंडिया ने विदेशी दौरे को लेकर अपने अंदर घर कर गए भय समाप्त करने की प्रक्रिया बहुत समय पहले ही शुरू हो गई थी, लेकिन वर्ष 2001 में इसके परिणाम सामने दिखना शुरू हो गए, वहीं पिछले कुछ समय में भारतीय टीम की सफलता ने उसे एक भयमुक्त और संवेदनशील टीम बना दिया है।
उन्होंने कहा मुझे अच्छी तरह से याद है कि वर्ष 2000-2001 में हमारे विदेशी दौरे पहले की अपेक्षा बहुत बेहतर होने लगे। उसी समय हमने विदेशी जमीनों पर मैच जीतना शुरू करने के साथ ही विश्व की कुछ चोटी की टीमों को उनके ही घरों में मात देना शुरू कर दिया था।
हमने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, वेस्ट इंडीज, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का सफल दौरा करने के साथ ही उन्हें शानदार तरीके से मात दी। उन्होंने कहा यह एक दिन में नहीं हुआ। यह स्तर प्राप्त करने में हमें एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, लेकिन उन मिलने वाली सफलताओं ने हमें एक भयमुक्त टीम में परिवर्तित करने के साथ ही हमें एक संवेदनशील भी बना दिया।
हमारी टीम में खिलाड़ियों का गजब का सम्मिश्रण है, जिसके कारण हमें कई शानदार सफलताएँ मिलीं। सचिन का यह भी मानना है कि गत चैंपियन भारत इंग्लैंड में ट्वेंटी-20 विश्व कप का खिताब बचाने में सक्षम है और उनके इस विश्लेषण का आधार मौजूदा टीम इंडिया का संतुलित होना है।
टीम इंडिया के पास विस्फोटक बल्लेबाजी क्रम, बेहद संतुलित गेंदबाजी आक्रमण और एक शानदार कप्तान मौजूद है। हमारी टीम में अच्छे खिलाड़ियों वाली एक शानदार टीम है और हम अपनी योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करते हैं।