भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री ने इंग्लैंड के खिलाफ सिरीज में भारत के 0-4 से सफाए पर हैरानी जताते हुए कहा है कि पूरी सिरीज में टीम इंडिया एक बार भी संघर्ष करती नहीं दिखाई दी और ऐसा लग रहा था कि जैसे वह आत्मसमर्पण के लिए ही यहां आई हो।
ओरिजनल लिटिल मास्टर ने कहा पूरी सिरीज में टीम इंडिया का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। वह जब यहां आई थी तो सबने सोचा था कि यह सिरीज देखने लायक होगी। हमने सोचा था कि दोनों तरफ दिग्गज टीमें हैं तो कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी लेकिन भारतीय टीम तो जैसे आत्मसमर्पण के लिये तैयार बैठी थी।
उन्होंने कहा भारतीय टीम यहां नंबर वन के तमगे के साथ आई थी लेकिन अपने बेहद खराब प्रदर्शन के कारण उसने अपनी पोजिशन भी गंवा दी।
गावस्कर ने कहा टीम इंडिया ने एक बार भी संघर्ष की कोशिश नहीं की। हारना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन अगर एक बार भी उसने अपनी पोजिशन बचाने की कोशिश की होती तो वह इतने बड़े अंतर से नहीं हारती। सिरीज को 0-4 से हारना नंबर वन टीम की प्रतिष्ठा के अनुरूप कतई नहीं है।
उन्होंने कहा टीम इंडिया का नकारात्मक नजरिया और उसमें आक्रमक तेवर की कमी भी इस हार की वजह हो सकती है।
गावस्कर के सुर में सुर मिलाते हुए शास्त्री ने कहा इस हार के पीछे कई कारण हो सकते हैं। खिलाड़ियों का चोटिल होना, टीम का फॉर्म में न होना भी हार के कारण हो सकते हैं।
पूर्व ऑलरांउडर ने कहा अब इस हार का शोक मनाने के बजाय हमें इसकी समीक्षा करके नई रणनीति बनानी होगी। इसके लिए ट्वेंटी-20, वनडे और टेस्ट मैचों के लिए खिलाड़ियों का कोर ग्रुप तैयार करने की जरूरत है। ऐसा करके हम छह से आठ महीने में अपनी पोजिशन वापस पा लेंगे। (वार्ता)