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'करो या मरो' के मुकाबले में उतरेगी टीम इंडिया

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पर्थ , गुरुवार, 29 जनवरी 2015 (15:51 IST)
पर्थ। विश्व कप से पहले अभ्यास के तौर पर देखी जा रही त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए पिछले दोनों मैच हार चुकी भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ 'करो या मरो' के मुकाबले में उतरेगी।


उलझे हुए समीकरण बारिश के कारण रद्द हुए पिछले मुकाबले से काफी सुलझ गए थे और अब केवल जीतने वाली टीम ही फाइनल में क्वालीफाई करेगी।

इंग्लैंड के हाथों में फिर भी एक जीत दर्ज कर 5 अंक हैं और यदि वह भारत के खिलाफ मैच ड्रॉ भी करा देती है या फिर वर्षा से फिर मैच रद्द होता है तब भी इंग्लिश टीम फाइनल में पहुंच जाएगी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछला मैच वर्षा के कारण रद्द हुआ था और टीम इंडिया उससे मिले 2 अंकों के साथ उम्मीद की किरण बंधाए हुए है। भारत और इंग्लैंड के लिए यह मैच नॉकआउट मुकाबले की तरह है।

पिछले प्रदर्शन को देखें तो भारत को बेहतरीन ढंग से मात दे चुकी इंग्लैंड अब भी फाइनल में क्वालीफाई करने की मुख्य दावेदार के तौर पर देखी जा रही है लेकिन भारत वनडे में एक अच्छी टीम है और गत चैंपियन टीम इंडिया को एकदम से खारिज करना विपक्षी टीमों को महंगा पड़ सकता है।

भारत ने मौजूदा सीरीज में 15 खिलाड़ियों को मौका दिया है जबकि इंग्लैंड ने 12 खिलाड़ियों को उतारा है। भारत के लिए चोटिल खिलाड़ियों की बढ़ती फेहरिस्त एक बड़ी समस्या है।

ओपनर रोहित शर्मा की फिटनेस के कारण उनका शुक्रवार को भी खेलना संभव नहीं है, लेकिन टीम के अन्य बल्लेबाजों ने भी अभी तक निराश ही किया है। विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन किसी का भी प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है।

रहाणे ने पिछले तीनों मैचों में टीम के लिए ओपनिंग क्रम में खेला है, लेकिन फिलहाल वे बल्ले से कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर मात्र 33 है। सिडनी में वे 28 रन बनाकर क्रीज पर थे, जब मैच को रद्द किया गया। वनडे से पहले टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा था और इसलिए ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में वे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

लेकिन ओपनिंग क्रम में जिस खिलाड़ी की फॉर्म सबसे ज्यादा चिंताजनक है, वे शिखर धवन हैं। धवन को रोहित की अनुपस्थिति के कारण फिलहाल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए बाहर बैठाना संभव नहीं है। धवन ने पिछले मैचों में 2, 1 और 8 रन की बेहद खराब पारियां खेली हैं जबकि सुपरस्टार बल्लेबाज विराट भी खराब प्रदर्शन के मामले में पीछे नहीं हैं और उन्होंने 3 पारियों में कुल 16 रन बनाए हैं तथा उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी मात्र 9 रन की है।

विश्व कप में कुछ ही दिन बचे हैं और ऐसे में टीम इंडिया के वे खिलाड़ी, जो विश्व कप टीम का हिस्सा हैं, उनका ऐसा प्रदर्शन चिंताजनक है। त्रिकोणीय सीरीज को मुख्य परीक्षा से पहले भारत के लिए रिवीजन माना जा रहा था लेकिन लग रहा है कि टीम इंडिया के छात्र सब कुछ भूल चुके हैं।

कप्तान धोनी ने 3 मैचों में अपनी 2 पारियों में कुल 53 रन बनाए हैं और हमेशा की तरह मध्यक्रम को संभालने की जिम्मेदारी एक बार उनके मजबूत कंधों पर रहेगी। इसके अलावा ऑलराउंडर सुरेश रैना से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

भारत के लिए इस मैच के जरिए पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पिछले रिकॉर्ड में सुधार करने का भी मौका होगा। दोनों टीमें 1992 विश्व कप में पर्थ के मैदान पर आमने-सामने आई थीं जिसमें इंग्लैंड ने 9 रन से जीत दर्ज की थी।

भारत की ओर से सर्वाधिक रन केवल रोहित ने बनाए हैं लेकिन वे केवल एक ही मैच खेलकर चोटिल हो गए और अब बाकी के बल्लेबाजों पर जीत का दारोमदार है। इससे पहले भी धोनी ने मैच में खराब प्रदर्शन के लिए बल्लेबाजों को ही झाड़ लगाई थी।

भारतीय टीम के खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए अभ्यास में तो जुटे हैं लेकिन देखना होगा कि अपने नॉकआउट मुकाबले में वे पांसा पलटने में कामयाब रहते हैं या नहीं?

बल्लेबाजी की ही तरह गेंदबाजी में भी भारतीय खिलाड़ियों ने निराश ही किया है। अक्षर पटेल बल्लेबाजी में बिलकुल फिसड्डी साबित हुए तो गेंदबाजी में उन्होंने 3 मैचों में 1 विकेट लिया। मोहम्मद शमी भी कुछ अलग नहीं हैं।

चोट के बाद वापसी कर रहे अनुभवी ईशांत शर्मा से जरूर कुछ उलटफेर की उम्मीद रहेगी जिन्होंने अभी तक एक ही मैच खेला है जबकि ऑलराउंडर रवीन्द्र जडेजा और स्टुअर्ट बिन्नी भी गेंदबाजी में बेहतर साबित हो सकते है।

दूसरी ओर इंग्लैंड की तरफ से इयान बेल टीम के सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी हैं। मात्र 3 मैचों में उन्होंने 229 रन बनाए हैं और एक बार फिर इयान से इंग्लैंड को काफी उम्मीदें होंगी। इसके अलावा कप्तान इयान मोर्गन, जो रूट, जेम्स टेलर जबकि गेंदबाजों में स्टीवन फिन (7 विकेट), क्रिस वोक्स, जेम्स एंडरसन से उम्मीदें रहेंगी।

वाका की पिच पर अतिरिक्त उछाल और तेजी रहती है, जो तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद रहेगी और तेज गेंदबाजों को कुछ फायदा मिल सकता है, लेकिन यहां भी वर्षा का पूर्वानुमान है।

भारत की अपेक्षा इंग्लैंड की टीम ज्यादा संतुलित और आत्मविश्वास से लबरेज लग रही है। टीम के खिलाड़ी स्टुअर्ट ब्राड ने मैच को लेकर कहा‍ ‍कि हम केवल भारत के खिलाफ हर विभाग में अच्छा खेल दिखाने पर ध्यान देंगे। हमारा क्षेत्ररक्षण अच्छा है और उम्मीद है कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी भी और बेहतर रहेगी। (वार्ता)

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