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भारत 92 रन पर ढेर, दक्षिण अफ्रीका ने श्रृंखला जीती

हमें फॉलो करें भारत 92 रन पर ढेर, दक्षिण अफ्रीका ने श्रृंखला जीती
, सोमवार, 5 अक्टूबर 2015 (19:30 IST)
कटक। भारतीय बल्लेबाजों ने बेहद लचर प्रदर्शन किया तो दर्शकों ने उत्पात मचाकर बाराबती स्टेडियम पर बदनुमा दाग लगाया लेकिन इससे दक्षिण अफ्रीका पर असर नहीं पड़ा जिसने सोमवार को यहां दूसरे टी-ट्वेंटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 17 गेंद शेष रहते हुए छ: विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की। 
धर्मशाला में पहला मैच सात विकेट गंवाने के कारण तीन मैचों की श्रृंखला में पीछे चल रहे भारत के लिये मैच में शुरू से ही कुछ भी अच्छा नहीं रहा। पहले उसने टॉस गंवाया और फिर धड़ाधड़ विकेट और आखिर में उसकी पूरी टीम 17.2 आवेर में 92 रन पर ढेर हो गई जो उसका इस प्रारूप में दूसरा न्यूनतम स्कोर है, लेकिन भारत को इससे भी अधिक शर्मसार दर्शकों ने किया जिन्होंने मैच में दो बार व्यवधान डाला। 
 
दक्षिण अफ्रीका ने रविचंद्रन अश्विन (24 रन देकर तीन विकेट) के सामने शुरू में विकेट गंवाए, लेकिन लक्ष्य कम होने के कारण पिच में दरारें और असमान उछाल भी भारत के काम नहीं आई और दक्षिण अफ्रीका ने 17.1 ओवर में चार विकेट पर 96 रन बनाकर टी-20 श्रृंखला जीतकर 72 दिन के अपने दौरे की शानदार शुरुआत की। दर्शक तो तभी भड़क गए थे जब भारतीय बल्लेबाजों ने पैवेलियन लौटने की जल्दबाजी दिखाई। उससे मैच का परिणाम पहले ही तय हो गया था। भारत के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। 
 
रोहित शर्मा (22) और सुरेश रैना (22) भी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। भारत ने दस ओवर पूरे होने से पहले ही शिखर धवन (11), विराट कोहली (1), और अंबाती रायुडु (शून्य) के विकेट गंवा दिए। 
 
महेंद्र सिंह धोनी (5) भी कुछ नहीं कर पाए, जबकि रैना सीमित ओवरों के अपने खास तेवरों को दिखाने में नाकाम रहे। पुछल्ले बल्लेबाजों में भी केवल रविचंद्रन अश्विन (11) ही दोहरे अंक में पहुंचे। अब भारतीयों की निगाहें अश्विन पर थीं और इस ऑफ स्पिनर ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई।

धोनी ने उन्हें दूसरे ओवर में ही गेंद थमा दी और लगातार चार ओवर करवाए जिसमें अश्विन ने 24 रन देकर तीन विकेट लिए। हाशिम अमला (2) ने फ्लिक करने के प्रयास में रोहित को कैच दिया जिन्होंने जूझने के बाद उसे पकड़ ही दिया। कप्तान फाफ डु प्लेसिस (16) ने अश्विन पर पहले चौका और फिर मिड ऑफ पर छक्का जमाया। 
 
अश्विन ने तुरंत ही गेंद की लाइन और दिशा बदली और डुप्लेसिस कैच दे बैठे। मोहित ने मिड ऑफ पर अच्छा कैच लपका। अपने आखिरी ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने एबी डिविलियर्स (19) को बोल्ड किया। इससे वह भारत की तरफ से टी20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वाधिक विकेट (29) लेने वाले गेंदबाज भी बने। उन्होंने इरफान पठान (28) को पीछे छोड़ा। दर्शक भारतीय पारी के दौरान ही बौखला गये थे। उन्होंने पारी समाप्त होने पर मैदान में पानी की बोतलें फेंकी।

इसके बाद जब दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट पर 64 रन बनाए थे तो फिर दर्शकों के खराब व्यवहार के कारण मैच कुछ समय के लिये रोकना पड़ा। खेल फिर शुरू हुआ। स्कोर 70 रन तक पहुंचा लेकिन दर्शक फिर से भड़क गए। तब भारत डकवर्थ-लुईस पद्वति से 15 रन पीछे था। दक्षिण अफ्रीका ने इसके बाद फरहान बेहारडीन  (11) का विकेट गंवाया लेकिन जेपी डुमिनी (नाबाद 30) और डेविड मिलर (नाबाद 10) ने टीम को आसानी से लक्ष्य तक पहुंचाया।  
 
कोहली ने जिस पहली गेंद का सामना किया उसे डीप मिडविकेट की तरफ खेला। रोहित ने उन्हें दूसरे रन के लिए बुलाया जो भारतीय टेस्ट कप्तान के लिये घातक साबित हुआ और वह रन आउट हो गये। भारत की रनगति धीमी पड़ गई। अगले चार ओवरों में केवल 13 रन बने और इस बीच दो अन्य बल्लेबाज पैवेलियन लौटे। धर्मशाला में अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले रोहित ने फिर से रन लेने में जल्दबाजी दिखाई और इस बार मौरिस का सीधा थ्रो उनके ही विकेट पर लगा।

रोहित ने 24 गेंदे खेली और केवल दो चौके लगाए। रायुडु लगातार दूसरे मैच में खाता नहीं खोल पाए। कैगिसो रबादा ने उन्हें फुलटास पर बोल्ड करके धोनी की अंजिक्य रहाणे पर रायुडु को तरजीह देने की रणनीति पर सवाल उठा दिए। धोनी और रैना पर दारोमदार था लेकिन भारत ने सात गेंद के अंदर सीमित ओवरों के इन दोनों भरोसेमंद बल्लेबाजों के अलावा अश्विन से ऊपर भेजे गए हरभजन सिंह  (0) का विकेट भी गंवा दिया। 
 
धोनी ने मोर्कल की शॉर्ट पिच गेंद पर स्लैश करने के प्रयास में एबी डि'विलियर्स को कैच दिया जिन्होंने आगे डाइव लगाकर इसे अपने दस्तानों में समाया। ताहिर ने अगले ओवर में रैना को कवर पर आसान कैच देने के लिए मजबूर किया जबकि ढीला शॉट खेलने की कोशिश करने वाले हरभजन की गिल्लियां बिखेरीं। अश्विन ने उनकी हैट्रिक नहीं बनने दी, लेकिन मोर्कल के सामने पुछल्ले बल्लेबाज भी आयाराम गयाराम ही साबित हुए। (भाषा) 
 
 

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