लंदन। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए गुरुवार को जब यहां लॉर्ड्स पर उतरेंगे तो उनका इरादा 2010 स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण से पीछा छुड़ाना होगा। आमिर को लॉर्ड्स मैदान पर गेंदबाजी के दौरान ही स्पॉट फिक्सिंग के लिए दोषी पाया गया था।
एक टेबलॉयड समाचार पत्र के स्टिंग ऑपरेशन में 6 साल पहले लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान ही आमिर और उनके साथी तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ को कप्तान सलमान बट के निर्देश पर इंग्लैंड के खिलाफ जान-बूझकर नोबॉल फेंकते हुए दिखाया गया था।
इन तीनों पर क्रिकेट से 5 साल का प्रतिबंध लगा था और सभी को खेल एजेंट मजहर मजीद के साथ जेल की सजा सुनाई गई थी। आमिर ने उस मैच की पहली पारी में 84 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे लेकिन विवाद के बीच सभी ने इसको भुला दिया।
मौजूदा दौरे पर आमिर ने समरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में अपनी स्विंग का नमूना पेश किया था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को अपने सर्वकालिक सफल गेंदबाज जेम्स एंडरसन और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की कमी खलेगी।
इंग्लैंड के लिए हालांकि सिर्फ आमिर ही चिंता का कारण नहीं हैं। पाकिस्तान के पास बाएं हाथ के तेज गेंदबाज वहाब रियाज, सोहेल खान और लेग स्पिनर यासिर शाह जैसे गेंदबाज भी हैं। श्रृंखला में दोनों टीमों के शीर्षक्रम के बल्लेबाजों की भूमिका अहम होगी।
श्रीलंका के खिलाफ पिछली श्रृंखला में फॉर्म में चल रहे मध्यक्रम के बल्लेबाज जानी बेयरस्टा ने कई मौकों पर इंग्लैंड को खराब शुरुआत से उबारा था। पाकिस्तान का मध्यक्रम मजबूत है जिसमें कप्तान मिसबाह उल हक के अलावा अनुभवी यूनिस खान और फॉर्म में चल रहे असद शाफिक शामिल हैं।
सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज और शान मसूद की बल्लेबाजी हालांकि चिंता कारण हो सकती है। इंग्लैंड भी यह नहीं समझ पा रहा है कि कप्तान एलस्टेयर कुक के सलामी जोड़ीदार के रूप में एलेक्स हेल्स सही बल्लेबाज हैं या नहीं।
पाकिस्तान के गेंदबाज जो रूट को भी निशाना बनाने की कोशिश करेंगे जिन्हें इंग्लैंड ने तीसरे नंबर पर उतारने का फैसला किया है। (भाषा)