सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने स्वीकार किया कि वे ट्वेंटी-20 विश्वकप में खेलने के लिए फिट नहीं हैं और उनके कंधे की चोट इंडियन प्रीमियर लीग के सेमीफाइनल के दौरान लगी थी।
आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान सहवाग टी20 विश्व कप में नहीं खेल पाएँगे। उन्होंने कहा कि मैं डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ आईपीएल सेमीफाइनल के दौरान तब घायल हो गया था, जब मैंने गेंद रोकने के लिए डाइव लगाई थी।
डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ सेमीफाइनल तीन सप्ताह पहले 21 मई को दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था, जिसमें दिल्ली की टीम बुरी तरह हार गई थी।
कोच गैरी कर्स्टन ने चोट को 'ग्रेड वन टियर' करार दिया और अब जिस तरह से सहवाग के उपचार के लिए तत्परता दिखाई जा रही है, उससे सवाल पैदा होता है कि पिछले तीन सप्ताह से उन्हें फिट करने के लिए किसी तरह की चिकित्सा क्यों उपलब्ध नहीं कराई गई?
रिपोर्टों में कहा गया है कि सहवाग विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाने के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना होंगे लेकिन पहले वे लंदन में चिकित्सक को दिखाना चाहते हैं। सहवाग ने कहा कि मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता। अभी मैं अपनी पत्नी आरती और बेट आर्यवीर के साथ लंदन रवाना हो रहा हूँ।
कर्स्टन ने कहा कि यह इस तरह की चोट है, जिस पर अभी हम फैसला नहीं कर सकते। उन्होंने इंजेक्शन लिया है और हम देखना चाहते हैं कि इसका उन पर क्या असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें पहले टीम में चुना गया और उसके बाद उन्हें चोट लगी, जो उनके लिए इतनी गंभीर नहीं थी कि वे पूरे टूर्नामेंट से बाहर रहें।
ग्रेड वन चोट में किसी की माँसपेशी पर पाँच प्रतिशत से कम नुकसान होता है। यह हलका खिंचाव है जिसके लिए दो या तीन सप्ताह के विश्राम की जरूरत पड़ती है, लेकिन यदि खिलाड़ी लगातार खेलता है तो स्थिति बिगड़ सकती है। यदि इसे नजरअंदाज किया गया तो ग्रेड वन की चोट ग्रेड टू की चोट बन सकती है या और अधिक बिगड़ सकती है।
सहवाग ने पिछले दिनों अपने बेटे को गोद में उठाने के अलावा कोई कड़ा शारीरिक काम नहीं किया है। संयोग से वे अपना बेटा दायीं बाँह में ही उठाकर रखते हैं, जो कि चोटिल है।