गिलक्रिस्ट का भारतीयों से आग्रह
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ना जारी रखें
ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों पर भले ही हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं लेकिन एडम गिलक्रिस्ट का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया अब भी विदेशी छात्रों के अच्छी जगह है और अधिकतर विश्वविद्यालय उनके लिए सुरक्षित हैं।
पूर्व विकेटकीपर और इंडियन प्रीमियर लीग में 2009 की चैंपियन डेक्कन चार्जर्स के कप्तान गिलक्रिस्ट ने कहा कि विदेशी छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने के लिए आना जारी रखना चाहिए।
गिलक्रिस्ट ने कहा पिछले दो साल से मैं ऑस्ट्रेलिया में वोलोनगोंग विश्वविद्यालय का एंबेसडर के रूप में प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसमें कि भारतीय छात्र भी हैं।
उन्होंने कहा वोलोनगोंग ऐसा स्थान है जो बहुसांस्कृतिक है तथा भारतीय छात्रों सहित अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का तहेदिल से स्वागत करता है और मेरा मानना है कि वोलोनगोंग अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया की खुली नीति का प्रतिनिधित्व करता है।
पिछले कुछ महीनों से भारतीय छात्रों को कथित रूप से नस्ली हमलों का शिकार होना पड़ रहा है। भारतीय एक छात्र के कोमा में चले जाने के बाद विरोध कर रहे हैं।
गिलक्रिस्ट ने हालाँकि कहा कि कैंपस में भारतीय छात्रों के साथ बातचीत से लगा कि वे ऑस्ट्रेलिया में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने वोलोगोंग विश्वविद्यालय में कुछ समय बिताया और भारतीय छात्रों से मिला। उन सभी को वोलोगोंग में पढ़ना और वहाँ रहना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि यह अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए शानदार विकल्प है।
गिलक्रिस्ट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत का क्रिकेट में शानदार खेल भावना का लंबा इतिहास रहा है। मैं व्यक्तिगत रूप से भारत के दौरे पर जाना पसंद करता हूँ और मुझे लगता है कि यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संपूर्ण परिदृश्य प्रदर्शित करता है।