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पैसों के लिए देश को न भूलें खिलाड़ी-कपिल

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साउथैम्पटन , गुरुवार, 8 सितम्बर 2011 (18:32 IST)
पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने मौजूदा इंग्लैंड दौरे में थकान और चोटों से जूझ रहे भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से अपील की है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में देश को नहीं भूलना चाहिए।

अपनी कप्तानी में भारत को पहला विश्वकप खिताब दिलाने वाले कपिल ने कहा पैसा खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। धन कमाना कोई गलत बात नहीं है। लेकिन भारतीय टीम के खिलाड़ियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इस चक्कर में वह अपनी फिटनेस से खिलवाड़ न करें क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है।

कपिल ने कहा मैं फिटनेस के मामले में भगवान की कृपा से काफी भाग्यशाली रहा हूं। ऐसा नहीं है कि मैं खेलते समय चोटिल नहीं हुआ लेकिन मुझे ऑफ सीजन में अपनी चोटों से उबरने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता था। उल्लेखनीय है कि कपिल अपने पूरे करियर के दौरान कभी चोटों की वजह से टीम से बाहर नहीं हुए थे।

उन्होंने कहा लेकिन मौजूदा समय में खिलाड़ियों के साथ समस्या है कि उन्हें कोई ऑफ सीजन नहीं मिल पाता है। हर कोई लालची हो गया है और ज्यादा से ज्यादा धन कमाना चाहता है। मैं उम्मीद करता हूं कि खिलाड़ी और खेल प्रशासक लगातार खेलने के कारण इंग्लैंड दौरे में हुई अपनी दुर्दशा से सबक लेंगे।

कपिल ने भारतीय तेज गेंदबाजों से कहा आप ड्रेसिंग रूम में बैठकर, कम्प्यूटर के सामने बैठकर या फिर टीवी देखकर क्रिकेटर नहीं बन सकते। इसके लिए अपने बेसिक्स मजबूत करने, जमकर प्रशिक्षण करने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है। आप अभ्यास के दम पर ही लंबे समय तक टिक सकते हैं।

भारत के लिए खेलना मुश्किल बात नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि क्या आप 10 वर्षों तक खेल सकते हैं। इसके लिए आपको कड़े परिश्रम की जरूरत है। पूर्व ऑलराउंडर कपिल ने साथ ही कहा कि भारतीय तेज गेंदबाज सही ढंग से प्रशिक्षण नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा मैंने पिछले 15 वर्षों में कई प्रतिभाशाली तेज गेंदबाजों को टीम के लिए खेलते देखा है लेकिन दुर्भाग्यवश चोटों के कारण वे ज्यादा समय नहीं खेल पाए। इसका एक कारण जरूरत से ज्यादा काम करना भी है। उन्होंने कहा आपको ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलने के साथ-साथ कड़े अभ्यास की जरूरत को नहीं भूलना चाहिए।

भारत में अधिकतर गेंदबाजों के पैर शरीर के ऊपरी हिस्से के मुकाबले कमजोर हैं। यही उनके चोटिल होने का कारण है। मुझे यह भी समझ नहीं आता कि आजकर खिलाड़ी नेट पर ज्यादा अभ्यास क्यों नहीं करना चाहते। इसी से तो आप सीखेंगे। (वार्ता)

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