ग्रीम स्वान ने भारतीय बल्लेबाजों को चौथे टेस्ट मैच में अपने स्पिन जाल में फंसा दिया था लेकिन इंग्लैंड के इस स्पिनर का मानना है कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है और उन्हें उम्मीद है कि अगले 18 महीनों में कड़ी श्रृंखलाओं के दौरान वह अपने करियर के शिखर पर रहेंगे।
स्वान ने इंग्लैंड को भारत पर 4-0 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ओवल में अंतिम टेस्ट मैच में नौ विकेट लिए। हालांकि चार मैच की श्रृंखला में अधिकतर समय उन्होंने अपने साथी तेज गेंदबाजों को भारतीय बल्लेबाजों पर हावी होते हुए देखा।
पहले तीन टेस्ट मैच में केवल चार विकेट लेने वाले स्वान ने ‘संडे मिरर’ से कहा, ‘मैं इन गर्मियों में कुछ खास नहीं कर पाया। यदि आप ओवल मैच हटा दो तो मेरे लिए ये गर्मियां काफी आसान रही। मैं केवल दूसरी स्लिप में खड़े होकर जिम्मी एंडरसन, क्रिस ट्रेमलेट और स्टुअर्ट ब्रॉड को सभी विकेट लेते हुए देखता रहा।
उन्होंने कहा मैं जानता हूं कि मुझे उपमहाद्वीप में मुख्य हथियार के रूप में देखा जाएगा और मुझसे विकेट की उम्मीद की जाएगी। मैं जानता हूं कि मुझे अबुधाबी में पाकिस्तान के खिलाफ और इसके बाद श्रीलंका और भारत में काफी कड़ी मेहनत करनी होगी।
उन्होंने कहा श्रीलंका में स्पिनरों को गधे की तरह काम करना होता है। तेज गेंदबाजों के लिए वहां ज्यादा काम नहीं होता है। केवल चार या पांच ओवर के बाद स्पिनरों को गेंद सौंप दी जाती है। वहां काफी गर्मी होती है। श्रीलंका में विकेट लेना बहुत मुश्किल होता है लेकिन मैं जानता हूं कि मैं वहां अच्छी गेंदबाजी कर सकता हूं।
स्वान ने कहा यह टीम के लिए अग्निपरीक्षा होगी। इंग्लैंड के लिए पिछले दो साल बेजोड़ रहे लेकिन जिस तरह से वेस्टइंडीज ने सत्तर और अस्सी के दशक में तथा ऑस्ट्रेलिया ने नब्बे के दशक के बीच से अपना दबदबा बनाया, यदि हमें भी वैसा ही करना है तो उपमहाद्वीप में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। (भाषा)