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फोल्क्सवागेन की घोखाधड़ी की दुनिया भर में जांच

हमें फॉलो करें फोल्क्सवागेन की घोखाधड़ी की दुनिया भर में जांच
, मंगलवार, 22 सितम्बर 2015 (15:17 IST)
जर्मन कार कंपनी फोल्क्सवागेन के खिलाफ दुनिया भर से जांच की खबरें आ रही हैं। सोमवार को कंपनी ने स्वीकार किया था कि उसने अपने डीजल मॉडलों में अमेरिकी प्रदूषण टेस्ट से बचने के लिए सॉफ्टवेयर लगाया।

File photo

अंतरराष्ट्रीय क्लीन ट्रांसपोर्टेशन काउंसिल ने 2013 में जब डीजल कारों के उत्सर्जन पर टेस्ट कराने का फैसला किया तो उसे उम्मीद थी कि कड़े मानकों के कारण अमेरिका में बिकने वाली डीजल कारों में उत्सर्जन की मात्रा कम होगी। लेकिन 2012 के जेटा और 2013 के पसाट के टेस्ट नतीजे इसके विपरीत थे। अब फोल्क्सवागेन ने स्वीकार किया है कि उसने कड़े टेस्ट पास करने के लिए डीजल गाड़ियों में विशेष सॉफ्टवेयर लगाए।
 
अमेरिका में इस घोखाघड़ी का पता चलने के बाद फ्रांस ने यूरोपीय स्तर पर जांच की मांग की है तो दक्षिण कोरिया ने फोल्क्सवागेन के अधिकारियों को तलब किया है। अमेरिका ने फोल्क्सवागेन की स्वीकारोक्ति के बाद आपराधिक जांच शुरू की है। बिक्री के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी कार कंपनी फोल्क्सवागेन ने अमेरिका में अपनी सभी डीजल कारों की बिक्री रोक दी है। आशंका है कि कंपनी को अमेरिका में 18 अरब डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है।
 
फ्रांस के वित्त मंत्री मिशेल सेपां ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा है कि लोगों के भरोसे की बहाली के लिए कार निर्माताओं पर नियंत्रण जरूरी है। अमेरिका की पर्यावरण सुरक्षा संस्था इपीए की सिंथिया गिल्स का कहना है कि कारों में स्वच्छ वायु के मानकों से बचने के लिए कोई उपकरण लगाना अवैध है। जर्मनी में भी सरकार ने इस बात की जांच शुरू की है कि क्या फोल्क्सवागेन या और कंपनियां अमेरिका जैसा ही कुछ कर रही हैं।
 
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार फोल्क्सवागेन ने स्वीकार किया है कि उसने 482,000 कारों में ऐसे सॉफ्टवेयर लगाए जो कार चलने के दौरान प्रदूषण कंट्रोल को ऑफ कर देता है और प्रदूषण टेस्ट के दौरान उसे ऑन कर देता है। तथाकथित डिफीट डिवाइस के ऑफ होने से कारों से मानकों की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक जहरीली गैसों का उत्सर्जन होता है।
 
फोल्क्सवागेन के अपनी डीजल गाड़ियों के उत्सर्जन टेस्ट में धोखाधड़ी की बात स्वीकार करने के बाद उसके शेयरों के भाव 20 प्रतिशत से ज्यादा गिरे और एक दिन के अंदर कंपनी का बाजार मूल्य 15 अरब डॉलर से ज्यादा गिर गया। मंगलवार को दक्षिण कोरिया की इस घोषणा के बाद कि वह कंपनी के तीन मॉडलों की जांच करेगा, शेयरों के भाव में 3।3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। फ्रैंकफर्ट में शुरुआती कारोबार में शेयरों के भाव 4 प्रतिशत गिरे हैं।
 
एमजे/आरआर (एएफपी, रॉयटर्स)

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