नववर्ष मंगलमय होने की कामना लेकर बड़ी संख्या में श्रृद्धालु मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित भगवान महाकाल के दरबार में आर्शीवाद लेने पहुँच रहे हैं।
प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष के पूर्व श्रृद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने भक्तों का मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।
मंदिर समिति के प्रशासक शुभकरण शर्मा ने बताया कि महाकाल मंदिर में आमतौर पर प्रतिदिन पाँच से पन्द्रह हजार श्रृद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन नव वर्ष के लिए आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए इन दिनों प्रतिदिन 30 से 40 हजार श्रृद्धालु आ रहे हैं। इसकों देखते हुए मंदिर के गर्भगृह में श्रृद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।
मंदिर के पुजारी पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि नर्व वर्ष की पहली भस्म आरती के दर्शन क रने के लिए शहर में बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं ने अभी से डेरा डाल दिया है। नववर्ष की प्रथम भस्म आरती में शामिल होने के लिए समिति ने 200 श्रृद्धालुओं की व्यवस्था की है। जबकि अब तक हजारों भक्तों ने दर्शन के लिए आवेदन दिए है।
बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं और पर्यटकों के पहुँचने से शहर की होटलों और लॉज भर चुके हैं। शहर में इन दिनों क्रिसमस और मोहर्रम की छुट्टियों के चलते पर्यटक और श्रृद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। सिहंस्थ के बाद यह पहला मौका है जब शहर की होटला और लॉजों में कमरे बुक कराने के लिए मारामारी मची हुई है। शहर में आगामी पाँच जनवरी तक के लिए होटलों और लॉजों के कमरे बुक हो चुके हैं। (वार्ता)