- कीर्ति राजेश चौरसिया
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में चिकित्सा विज्ञान को चुनौती देती एक जबदस्त घटना सामने आई है, जहां मौत के 15 घंटे के बाद मुर्दा उठकर बैठ गया है। अब वह हत्या के मामले में गवाही देने की तैयारी कर रहा है।
चिकित्सकों ने ददन पटेल नामक 70 वर्षीय बुजुर्ग को जांच के बाद मृत घोषित कर दिया था। इस घटना से स्थानीय लोगों के साथ ही चिकित्सा जगत भी हैरान है। अविश्वसनीय सी लगने वाली यह घटना रीवा जिले के जनेह थाना क्षेत्र के अंतर्गत डोड़किया गांव की है।
पड़ोस की एक महिला की हत्या से ददन पटेल इस कदर सदमे में डूबे की कोमा में चले गए। परिजन उन्हें उपचार के लिए इलाहाबाद एक निजी चिकित्सालय ले गए। करीब 20 घंटे तक चले उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 11 मई को परिजन शव वाहन से देर शाम ददन का शव लेकर डोड़किया गांव पहुंचे। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार रात में अंत्येष्टि टालते हुए सुबह तक के इंतजार का निर्णय लिया गया।
गंगाजल से खांसी आई : रातभर ददन का शव घर के आंगन में रखा रहा। परिवार के सदस्य करीब 15 घंटे बाद सुबह अंत्येष्टि की तैयारी के दौरान मृतक के मुंह में तुलसी और गंगाजल डालने की परंपरा निभाई गई। ददन के मुंह में जैसे ही गंगाजल डाला गया उन्हें खांसी आने लगी। इससे वहां मौजूद सभी लोग हक्के-बक्के रह गए। कुछ पल बाद ही वे उठकर बैठ गए।
चकित हैं डॉक्टर भी : इस घटना पर ददन को मृत घोषित करने वाले डॉक्टर जहां हैरानी जता रहे हैं, वहीं संजय गांधी चिकित्सालय रीवा के उपाधीक्षक डॉ. एसके पाठक कहते हैं, इतने घंटे बाद जान लौटने की उनकी जानकारी की यह पहली घटना है। हालांकि ऐसा भी लाखों में एक होता है, लेकिन इतने लंबे समय बाद जीवित होना घोर आश्चर्य है।
हत्या का गहरा सदमा : दरअसल डोड़किया गांव में 8 मई की रात अप्रत्याशित घटना हुई थी। यहां की 53 वर्षीय रानीदेवी पत्नी अवधबिहारी पटेल की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इसका पता 9 मई की दोपहर चला। क्योंकि रानी के अलावा घर पर कोई और नहीं था। ददन पटेल घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर आम की रखवाली करते हुए खुले में ही सोए हुए थे। हत्या की घटना से वे गहरे सदमें में थे और बार-बार रानी को मार डाला की रट लगाए हुए थे।
मुश्किल यह भी : हालांकि जीवित होने की चमत्कारिक घटना के बाद अब ददन को सुनने को लेकर समस्या आ रही है और वे लोगों को ठीक से पहचान भी नहीं पा रहे हैं। ठीक होते ही वे मर्डर की गवाही देंगे।