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मदद करना महंगा पड़ा, धो बैठा जान से हाथ

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, सोमवार, 13 जुलाई 2015 (16:17 IST)
गणेश पोरवाल
रानापुर (झाबुआ)। जरूरत पड़ने पर लोग एक-दूसरे को पैसे उधार देकर मदद करते हैं, लेकिन एक व्यक्ति‍ को इस तरह अपने समधी की मदद करना इतना भारी पड़ा कि उसे अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा। समधी ने ही अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी हत्या करवा दी।
 
पुलिस ने राजराजेंद्र गोपाल गोशाला के सेवादार कालू माली की लाश 4 जुलाई को गोशाला परिसर से बरामद की थी। पुलिस ने सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इसमें शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 
टीआई आरसी भास्करे ने बताया कि से उसके समधी चतरसिंह माली निवासी मालीपुरा, रानापुर और ग्राम परतली के नवलसिंह ने 30-30 हजार रुपए रुपए उधार ले रखे थे। रुपए लौटाने के लिए कालू दोनों से बार-बार कहता था। 
 
गत 29 जून को चतरसिंह कालू को लेकर नवल के घर परतली गया था। वहां पर कालू ने दोनों से पैसे लौटाने को कहा और उन्हें खूब खरी-खोटी सुना डाली। इसके बाद चतरसिंह ने नवलसिंह के साथ मिलकर कालू को निपटाने की योजना बना डाली।
 
गत 3 जुलाई की रात नवल अपने साथ ग्राम छापरखण्डा के लीमसिंह मड़िया को लेकर रात 12 बजे के बाद गोशाला की चारदीवारी फांदकर अंदर घुसा और परिसर में सो रहे कालू के सिर पर लट्ठ से कई वार किए। इससे कालू की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने 4 जुलाई को उसकी लाश बरामद की थी।
 
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर इस अंधे कत्ल की जांच शुरू की तो मृतक का समधी ही इस हत्याकांड का मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने इस मामले में शामिल तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लट्ठ भी जब्त कर लिया गया है।

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