भारत में थ्रीजी मोबाइल नीति के लंबे समय से लटके रहने के बीच अमेरिकी कंपनी मोटोरोला ने अगली पीढ़ी यानी 4जी मोबाइल टेलीफोनी के परीक्षण की तैयारी कर ली है।
सरकार की थ्रीजी के लिए स्पेक्ट्रक्म की नीलामी कर के 35,000 करोड़ रुपये कमाने की योजना है लेकिन इससे आगे की पीढी की प्रौद्योगिकी उसके इस इरादे पर पानी फेर सकती है।
मोटोरोला ने अगली पीढी की इस नई प्रौद्योगिकी लांग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) का परीक्षण किया है। कंपनी 4जी के लिए परीक्षण सेवा शुरू करने को पूरी तरह तैयार है जिसके माध्यम से किसी मोबाइल फोन पर 70एमबी प्रति सेकड की प्रगति से डेटा डाउनलोड किया जा सकेगा।
मोटोरोला इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी शुभेंदु मोहंती ने भाषा को बताया कि कंपनी इस बारे में दूरसंचार विभाग से संपर्क कर सकती है।
मोबाइल टेलीफोनी में 3जी सेवाओं के लिए इंतजार कर रही कंपनियों के लिए यह घटना नया संकेत दे सकती है और सरकार की 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से बड़ी राशि कमाने की उम्मीदें ढेर हो सकती हैं।
मोहंती ने कहा कि कंपनी नयी प्रौद्योगिकी का परीक्षण अन्य कंपनियों के साथ करना चाहेगी लेकिन वह इसका परीक्षण अपने नेटवर्क पर भी कर सकती है। वहीं उद्योग सूत्रों के अनुसार माना जाता है कि दूरसंचार विभाग ने 4जी के लिए अवधारणा पत्र तैयार कियाहै जिसे विचारविमर्श केलिए जारी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोटोरोला के अलावा कई दूरसंचार कंपनियाँ परीक्षण की प्रक्रिया में हैं।
मोहंती के अनुसार 70 मेगाबाइट प्रति सेकंड की स्पीड सुविधा देने वाली मोटोरोला पहली कंपनी बनी है। एलटीई प्रौद्योगिकी की पेशकश 2.1 . 2.3 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम में की जा कसती है और दूरसंचार विभाग इसकी उपलब्धता पर विचार कर रहा है।