वो कहते हैं ना कुछ बातें कही नहीं लिखी जाती हैं और इन बातों का असर गहरा होता है। हम मोबाइल पर कितनों से कितनी देर तक बात कर लें, लेकिन उसे एसएमएस करना नहीं भूलते। इन दिनों एसएमएस का दौर तेजी पर है।
खासकर युवाओं के बीच एसएमएस का चलन काफी बढ़ा है। सस्ता और सरल माध्यम होने के कारण इसे उपभोक्ता तेजी से अपना भी रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक, शहर में एसएमएस वाउचर का बाजार भी हजारों में है। वहीं आने वाले फेस्टिवल सीजन में इन वाउचर की डिमांड का ग्राफ आसमान छूने बेताब रहता है।
सोशल नेटवर्किंग साइट के बाद लोगों में एसएमएस के प्रति दीवानगी कम नहीं हो रही है। अपने खास दोस्त या रिश्तेदार को छोटा का संदेश देना हो या फिर मस्ती और एंजॉय भरे संदेश से हंसाना हो, तो एसएमएस एक बेहतर जरिया बनकर उपभोक्ताओं के सामने आया है। इन सभी को फेसबुक, ट्विटर और ऑरकुट की अपेक्षा मोबाइल से एसएमएस भेजना ज्यादा बेहतर मानते और पसंद भी करते हैं।
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इस बारे में युवाओं का मानना है कि अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट की अपेक्षा मोबाइल के उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा है। वहीं कुछ उपभोक्ताओं को मोबाइल पर नेट चलाना ही नहीं आता। ऐसे में एसएमएस एक सरल और सस्ता माध्यम है।
इन दिनों हर कोई सोशल नेटवर्किंग साइट का उपयोग कर रहा है, लेकिन इस बीच एसएमएस भी लोगों से जु़ड़े रहने का एक बेहतर जरिया बना है। नई तकनीक के इस दौर में लोगों से जु़ड़ने के लिए कई सरल और सस्ते माध्यम आए, लेकिन एसएमएस का क्रेज आज भी युवाओं के सिर से उतरा नहीं है।
इस संबंध में मोबाइल कारोबार से जु़ड़े लोगों का कहना है कि अभी तक हर महिने शहर में 20 से 30 हजार से भी ज्यादा एसएमएस वाउचर का कारोबार होता था, लेकिन स्कूल और कॉलेज और फेस्टिवल सीजन शुरू होने से कारोबार में काफी इजाफा हुआ है। आने वाले दिनों में एसएमएस वाउचर की बिक्री में और बढ़ोत्तरी होगी।
इधर कुछ कंपनियां भी उपभोक्ताओं को एसएमएस वाउचर के लुभावने ऑफर देती हैं।