हिमाचल...नैसर्गिक सुंदरता का अद्भुत संसार है। पर्वतराज हिमालय यदि भारत का मुकुट है तो हिमाचल उस मुकुट में लगा सबसे दुर्लभ नगीना। और इस नगीने की चमक सिमटी है शिमला में। पहाड़ों की रानी शिमला प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज है। अँग्रेजों के शासनकाल में शिमला को भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा दिया गया था। शिमला की सुरम्य वादियों में आकर गोरे सूरज की तपिश से राहत पाते थे।
आजादी के बाद शिमला को हिमाचलप्रदेश की राजधानी घोषित किया गया, लेकिन शिमला का महत्व कम नहीं हुआ। आज भी तपिश से राहत की तलाश में पर्यटक हर साल शिमला का ही रुख करते हैं। देवदार, चीड़ और ओक के पेड़ों से आच्छादित शिमला की हसीन वादियाँ सालभर पर्यटकों को निमंत्रित करती नजर आती हैं। बारिश और भारी बर्फबारी के दिनों को छोड़ दें तो सालभर यहाँ पर्यटकों का ताँता लगा रहता है।
शिमला की सैर-
जाखू हिल- शिमला से केवल दो किलोमीटर दूर जाखू हिल शिमला की सबसे ऊँची चोटी है। यहाँ से शिमला की खूबसूरत वादियों को निहारना अपने आप में बेजोड़ अनुभव है। जाखू हिल से एक तरफ आप हिमाचल की वादियों में बसे शिमला शहर की इमारतें निहार सकते हैं तो दूसरी तरफ पर्वतराज हिमालय की शुभ्र श्रेणियों की खूबसूरती आत्मसात कर सकते हैं। यहाँ पर्वत की सबसे ऊँची चोटी पर एक प्राचीन मंदिर भी बना है। हनुमानजी के इस मंदिर के बाहर बंदर का दिख जाना काफी शुभ माना जाता है।
कुफरी- शिमला से लगभग 16 किमी दूर कुफरी की बर्फीली वादियाँ खूबसूरत दर्शनीय स्थल हैं। यहाँ के प्राकृतिक नजारे पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सर्दियों में यहाँ अकसर बर्फबारी होती है। यहाँ एक चीनी बंगला भी है जो काफी प्रसिद्ध है। सर्दियों में यहाँ स्कीइंग भी कराई जाती है। आप खिलाड़ी हो या अनाड़ी, यहाँ आकर स्कीइंग पर हाथ जरूर आजमाएँ। यहाँ ऊँचाई पर जाने में आप सेब के बागानों को देख सकते हैं। ऊँचाई पर जाने के लिए घोड़े और पिट्ठू उपलब्ध रहते हैं। इसके साथ आप चाहें तो झबरीले याक की सवारी का लुत्फ भी ले सकते हैं।
प्रॉस्पेक्ट हिलः- शिमला से लगभग पाँच किलोमीटर दूर है प्रॉस्पेक्ट हिल। इस पर्वत श्रेणी से शिमला, सोलन, तारादेवी, जगोत और समर हिल के खूबसूरत नजारे देखे जा सकते हैं। कुछ खुशनसीब पर्यटक यहाँ सूर्यास्त और चंद्रोदय का बेहद अतुलनीय दृश्य एक साथ निहार सकते हैं। यह अविस्मरणीय अनुभव है।
मॉल रोड- प्राकृतिक नजारों से भरपूर शिमला की मॉल रोड में चहलकदमी करना एक खूबसूरत अनुभव है। मॉल रोड शॉपिंग का खजाना है। शिमला आने वाले पर्यटक मॉल रोड से खरीदारी करने और यहाँ तफरी करने का लुत्फ छोड़ नहीं सकते। मॉल रोड के खूबसूरत दृश्यों को अनेक फिल्मों में फिल्माया गया है।
नालदेहरा- यदि आप गोल्फ के शौकीन हैं या इस खेल के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं तो शिमला से 20-22 किलोमीटर दूर नालदेहरा जरूर जाएँ। इस मैदान को भारत के सबसे पुराने छेद वाले गोल्फ मैदान का दर्जा प्राप्त है।
चैल- प्राकृतिक सुंदरता से आच्छादित चैल को भारत के सबसे ऊँचे क्रिकेट मैदान होने का गौरव प्राप्त है। क्रिकेटप्रेमियों को एक बार यहाँ जरूर आना चाहिए।
कब जाएँ - जैसा कि हमने पहले ही कहा है कि शिमला की हसीन वादियाँ वर्षपर्यंत पर्यटकों का स्वागत करती हैं। यहाँ सालभर किसी भी मौसम में जाया जा सकता है। केवल भारी बर्फबारी के समय सड़क बंद होने की स्थिति में ही पर्यटकों को तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप सर्दियों के मौसम में शिमला जाने की तैयारी करें तो पहले शिमला और हिमाचल के मौसम के बारे में जरूर पता कर लें।
कैसे जाएँ- कालका, चंडीगढ़, दिल्ली, अमृतसर, जम्मू और पंजाब शहर से शिमला के लिए नियमित रूप से बस सेवा उपलब्ध है। इसके अलावा आप यहाँ से टैक्सी भी किराए पर ले सकते हैं। यदि स्वयं के वाहन को चला रहे हैं तो कुफरी और ऊँची पहाड़ियों पर अतिरिक्त सावधानी बरतें।
रेलमार्गः- यदि आप शिमला आ रहे हैं तो कालका से टॉयट्रेन लेना न भूलें। कालका से शिमला का सफर 95 किमी तक का है। इस सफर को तय करने में छह घंटे लगते हैं, लेकिन हसीन वादियों के बीच से छुक-छुक करके गुजरती रेल और बेहतरीन सफर की याद ताउम्र आपके जेहन में जीवित रहेगी।
वायुमार्ग- चूँकी शिमला हिमाचल की राजधानी है, इसलिए हर प्रमुख शहर से यहाँ के लिए वायुसेवा उपलब्ध है।
कहाँ ठहरें- शिमला में आपकी जेब के हिसाब से ठहरने की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आप चाहें तो महँगे विलासिता से भरपूर पाँच सितारा होटल चुनें या फिर गेस्ट हाउस, यह आपकी पसंद और जेब पर निर्भर करता है, लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पीक सीजन के समय यहाँ पहले से बुकिंग करवा लें, अन्यथा आपको दिक्कत हो सकती है।