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पाक वीजा देने में दुर्भावनाओं के किस्से सोशल मीडिया पर

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डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

पाकिस्तान के साहित्यिक आयोजन में जाने के लिए अनुपम खेर को पाकिस्तान का वीजा नहीं मिला, इस पर सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हुई है। अनुपम खेर इसके पहले भी सहिष्णुता और पद्म सम्मान को लेकर विवादों में आ गए थे। पाकिस्तान द्वारा उन्हें वीजा न दिए जाने पर सोशल मीडिया के एक वर्ग ने टिप्पणी की कि शायद उन्होंने वीजा की औपचारिकताएं सही तरीके से नहीं निभाई होंगी।
 
सोशल मीडिया पर ही अनेक लोगों ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की जमकर खिंचाई की है और लिखा है कि भारतीयों के प्रति उनका रवैया हमेशा दुर्भावना का रहता है। केवल हम भारत वाले ही है जो उनके कलाकारों और खिलाड़ियों को सिर-आंखों पर बैठाते हैं। कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी शेयर किए कि किस तरह महीनों पहले आवेदन देने के बाद भी यात्रा के दो घंटे पहले वीजा मंजूर किया गया। यह भी लिखा कि जितने दिनों का वीजा चाहिए था, उतने दिनों का नहीं दिया। आमतौर पर वीजा के साथ आने-जाने के हवाई टिकट की जानकारी भी दे दी जाती है। पाकिस्तानी विदेश विभाग के लोग हमेशा ऐसी हरकत करते है कि आपका हवाई जहाज का टिकट बेकार हो जाए और आपको नया टिकट लेना पड़े।
 
वीजा नहीं मिलने पर अनेक लोगों की टिप्पणी थी कि अच्छा ही है पाकिस्तान क्यों जाना? पाकिस्तान कोई अमेरिका तो है नहीं, जो वहां के वीजा के लिए चिंता की जाए। अनेक लोगों ने अपने अनुभव शेयर करते हुए लिखा कि पाकिस्तान वाले उनके वीजा भी रिजेक्ट कर चुके है। हर रोज ऐसे अनेक केस देखने को आते है, जब बिना किसी कारण वीजा आवेदन ठुकरा दिया जाता है। कई बार पत्नी को वीजा दे दिया जाता है, पति को नहीं। 
 
इस सबके बाद भी असहिष्णुता का आरोप भारत पर क्यों लगाया जाता है? लोगों ने यह भी लिखा कि अगर अनुपम खेर खान होते, तो उन्हें पाकिस्तान तो क्या ईराक का भी वीजा घर बैठे मिल जाता। कई की राय थी कि वीजा देना किसी भी देश का निजी मामला है, वह चाहे जिसे चाहे वीजा दे चाहे न दे, इसमें हल्ला मचाने की कोई जरूरत नहीं है। 
 
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इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में दोबारा स्पष्ट किया कि भारतीय प्रधानमंत्री और उनके साथ आए 120 लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने वीजा की तमाम औपचारिकताएं पूरी की थीं, कभी भी किसी को बिना वीजा दिए पाकिस्तान में प्रवेश नहीं दिया गया। यहां तक कि भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी वीजा की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही पाकिस्तान आए थे। 
 
अनुपम खेर के पहले भारत के कुछ योग शिक्षकों को भी पाकिस्तान ने वीजा देने से मना कर दिया था। इसके अलावा कुछ पत्रकारों को भी वीजा देने से मना किया जा चुका है। पाकिस्तान के लोगों का आरोप है कि भारत ने पाकिस्तान की कबड्डी टीम को वक्त पर वीजा नहीं दिया। पाकिस्तान की तरफ से वीजा नहीं दिए जाने पर अनेक लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उदार रवैया की भी आलोचना की है, जिन्होंने कई देशों के लोगों को वीजा ऑन अराइवल सुविधा उपलब्ध कराई है।

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